Amritsar Temple Blast : अमृतसर के खंडवाला स्थित मंदिर में देर रात हुए ग्रेनेड हमले मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। पुलिस ने बिहार से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो नेपाल भागने की फिराक में थे। इन तीनों आरोपियों ने हमले के लिए ग्रेनेड और हथियारों की सप्लाई की थी। आरोपियों में कोई चौथी पास है तो कोई 10-12वीं। बब्बर खालसा नेटवर्क से कनेक्शन है। आइए जानते हैं कि अमृतसर मंदिर ब्लास्ट में गिरफ्तार तीनों आरोपी कौन हैं?
अमृतसर मंदिर ब्लास्ट मामले में पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुख्यमंत्री की तरफ से नशे के खिलाफ और ऑर्गेनाइज्ड क्राइम के खिलाफ जो अभियान शुरू किया गया है, उसमें अमृतसर पुलिस को एक बहुत बड़ी सफलता मिली है। एक नार्को टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया गया है, जिसमें पुलिस ने 7 मार्च को मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपी जोबन सिंह और गुरबख्श सिंह को गिरफ्तार किया, उनके पास से हेरोइन समेत अन्य सामान बरामद हुए। जब पुलिस ने दोनों आरोपियों के कनेक्शन की जांच की तो पता चला कि खंडवाला इलाके में मुख्य तौर पर करणदीप यादव, मुकेश कुमार यादव और साजन सिंह रहते हैं।
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बिहार से गिरफ्तार तीनों आरोपी कौन?
करणदीप अमृतसर का रहने वाला है और उसकी उम्र 21 साल है। वह 12वीं पास है और शटरिंग का काम करता है। उसके खिलाफ एक केस दर्ज है, जिसमें तरनतारन में दो हैंड ग्रेनेड और तीन पिस्टल बरामद हुए थे, तब से वह फरार चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। करणदीप यादव का साथी मुकेश कुमार यादव भी अमृतसर में रहता है और उसकी उम्र 20 साल है। वह 10वीं पास है और डीजे का काम करता है। इसी तरह से साजन सिंह खंडवाला का रहने वाला है। वह चौथी पास है और POP का काम करता है। मुकेश कुमार यादव और साजन सिंह के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है।
नशा व ग्रेनेड सप्लाई करता है करणदीप यादव
करणदीप यादव का बब्बर खालसा इंटरनेशनल नेटवर्क से कनेक्शन है और वह नशा व ग्रेनेड सप्लाई करने का काम करता है। तरनतारन केस में करणदीप यादव उर्फ करण भईया ने भी ग्रेनेड सप्लाई की थी। पुलिस की टीम ने तीनों आरोपियों को बिहार के मधेपुरा जिले स्थित थाना कुमार खंड से गिरफ्तार किया। इनके पास से तीन मोबाइल, नेपाल की करेंसी बरामद हुई। ये नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे।
आरोपियों ने सबूत मिटाने की कोशिश की
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपियों ने अपने मोबाइल में पूरा डाटा डिलीट कर दिया है और सभी सबूतों को मिटाने की कोशिश की। पंजाब में नशे के खिलाफ अभियान चल रहा है, जिससे बाहर बैठे मॉड्यूल और ISI वाले घबराहट में आ चुके हैं। इसी कारण उन्होंने अमृतसर ब्लास्ट को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि तीनों आरोपियों से पूछताछ से बड़ा राज का खुलासा होगा।
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