Amritsar-Katra Expressway Project Update: दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। खबर है कि इस एक्सप्रेस-वे का काम अपने फाइनल फेज में है। ऐसा माना जा रहा है कि होली के त्योहार तक इस एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हो जाएगा। इसका मतलब बहुत जल्द ही कई शहरों तक सड़क मार्ग से यात्रा करना आसान हो जाएगा। होली तक 3 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे तैयार हो जाएंगे, जिनका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
5 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण
सड़क परिवहन मंत्रालय की तरफ से देश भर में 5 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से 3 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का काम अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा। वहीं बाकी 2 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का काम मार्च 2026 तक तैयार हो जाएगा। मंत्रालय की तरफ से सभी 5 एक्सप्रेसवे पर काम पूरा करने की समय सीमा तय कर दी है। एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा पूरा हो चुका है।
ये हैं वो 5 एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट
सड़क परिवहन मंत्रालय के 5 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में अहमदाबाद-धोलेरा (109 किमी), लखनऊ-कानपुर (63 किमी), दिल्ली-मुंबई (1386 किमी), बेंगलुरु-चेन्नई (262 किमी) और दिल्ली-अमृतसर-कटरा (669 किमी) प्रोजेक्ट शामिल है। इन 5 में से 3 एक्सप्रेसवे अहमदाबाद-धोलेरा, दिल्ली-मुंबई और बेंगलुरु-चेन्नई मार्च 2025 से पहले तैयार हो जाएंगे। वहीं लखनऊ-कानपुर और दिल्ली-अमृतसर-कटरा 2026 की शुरुआत तक तैयार किए जाएंगे। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 2489 किमी है।
दिल्ली मुंबई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
भारतीय राष्ट्रीय प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार, 1,386 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का लगभग 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, जिससे यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन गया है। शेष कार्य भी निर्धारित समय में पूरे कर लिये जायेंगे। दिल्ली से वडोदरा (845 किमी) एक्सप्रेसवे लगभग पूरा हो चुका है और मार्च 2024 तक तैयार हो जाएगा।
अहमदाबाद-धोलेरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे कुल 109 किमी लंबा है। यह एक्सप्रेसवे सरखेज के पास सरदार पटेल रिंग रोड से साबरमती, खोम्होट से धोलेरा, अधेलाई, भावनगर तक चलेगी। इस एक्सप्रेसवे को बनाने का कुल खर्चा 3,500 करोड़ रुपये है, जो मार्च 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
बैंगलोर-चेन्नई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
बैंगलोर-चेन्नई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की लंबाई 262 किमी है। ये एक्सप्रेसवे कर्नाटक के होसकोटे से शुरू होगी और तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर तक जाएगी। बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे के जरिए आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों को जोड़ा गया है।