Mumbai News: पुणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के 26 वें स्थापना दिवस समारोह में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भारत की पड़ोसी देशों से बिगड़ती कूटनीतिक स्थिति को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने पीएम मोदी (केंद्र सरकार) को चेतावनी भरे लहजे में सलाह भी दी है।
बांग्लादेश और श्रीलंका को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं
शरद पवार ने कहा, “हमारे चारों तरफ पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देश हैं। एक समय था जब भारत पंडित नेहरू के नेतृत्व में इन सभी को साथ लेकर चलने वाला देश था। आज हम देख रहे हैं कि चीन और पाकिस्तान के साथ तो संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं, लेकिन अब बांग्लादेश और श्रीलंका को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
श्रीलंका को लेकर भी संदेह की स्थिति
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश, जिसकी स्वतंत्रता में भारत ने अहम भूमिका निभाई, वह भी अब पूरी तरह से हमारे साथ नहीं दिखता। श्रीलंका को लेकर भी संदेह की स्थिति है कि वह चीन के प्रभाव में जा चुका है या भारत के साथ खड़ा है।
मौजूदा विदेश नीति पर उठाए सवाल
शरद पवार ने मौजूदा विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह स्थिति दर्शाती है कि भारत का वर्तमान नेतृत्व पड़ोसी देशों के साथ संवाद कायम रखने में विफल रहा है। अगर जल्द ही सुसंवाद की प्रक्रिया नहीं शुरू हुई, तो इसकी राजनीतिक और सामरिक कीमत देश को चुकानी पड़ सकती है।”
पवार का बयान, विपक्ष की रणनीतिक घेराबंदी
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पवार का यह बयान न सिर्फ विदेश नीति पर टिप्पणी है, बल्कि आगामी चुनावों से पहले केंद्र की कूटनीति पर विपक्ष की रणनीतिक घेराबंदी भी है।