---विज्ञापन---

Maharashtra Politics: ‘शरद पवार को फैसले लेने का हक नहीं…’, प्रफुल्ल पटेल ने बगावत पर दी सफाई

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शरद पवार बनाम अजित पवार के बीच पॉवर का सियासी ड्रामा जारी है। शुक्रवार को बागी नेता प्रफुल्ल पटेल ने एक बार फिर एनसीपी पर दावा किया। उन्होंने बताया कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा ठोंका गया है, इसके लिए चुनाव आयोग से दोबारा संपर्क किया गया है। […]

Edited By : Bhola Sharma | Updated: Jul 7, 2023 19:32
Share :
NCP, Ajit Pawar, Election Commission, Praful Patel, Sharad Pawar
Praful Patel

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शरद पवार बनाम अजित पवार के बीच पॉवर का सियासी ड्रामा जारी है। शुक्रवार को बागी नेता प्रफुल्ल पटेल ने एक बार फिर एनसीपी पर दावा किया। उन्होंने बताया कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा ठोंका गया है, इसके लिए चुनाव आयोग से दोबारा संपर्क किया गया है।

प्रफुल्ल पटेल ने एनसीपी कार्य समिति के फैसलों को भी खारिज कर दिया और दावा किया कि संगठन को फैसले लेने का अधिकार नहीं है। कहा कि दिल्ली में हुई कार्यसमिति की बैठक एनसीपी का आधिकारिक कार्यक्रम नहीं है। इसकी कानूनी मान्यता नहीं है। पटेल ने तर्क दिया कि कार्य समिति के पास कोई शक्ति नहीं है क्योंकि अधिकांश पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। निर्वाचित नहीं हुए हैं।

---विज्ञापन---

निर्णय नहीं ले सकती कार्यसमिति

प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि अधिकांश पदाधिकारियों की नियुक्ति किसी न किसी द्वारा की जाती है। हमारा संगठनात्मक ढांचा दोषपूर्ण है, जो पार्टी के संविधान के खिलाफ है और इसलिए कार्य समिति निर्णय नहीं ले सकती। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से पार्टी में चुनाव नहीं हुआ है और हममें से अधिकांश नियुक्त हैं, निर्वाचित नहीं। इस प्रकार हमारे अपने राकांपा संविधान के अनुसार उनके पास कोई शक्तियां नहीं हैं।

पार्टी टूटी नहीं, सिर्फ मतभेद है

पटेल ने इसे पार्टी के भीतर मतभेद बताते हुए यह भी कहा कि राकांपा विभाजित नहीं हुई है। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पार्टी टूटी नहीं है। अजीत पवार को 30 जून को सर्वसम्मति से पार्टी के विधानमंडल और संगठनात्मक विंग द्वारा पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत के चुनाव आयोग को एक याचिका सौंपी है। चुनाव आयोग को 40 से अधिक विधायकों के हलफनामों के साथ इसे अजीत पवार की नियुक्ति और पार्टी के नाम और प्रतीक पर दावा करने के बारे में जानकारी दी गई।

---विज्ञापन---

30 जून को अजित पवार को चुना गया नेता

उन्होंने कहा कि 30 जून को ‘देवगिरी’ (मुंबई में अजीत पवार का आधिकारिक आवास) पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें विधायक, पदाधिकारी और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। उन्होंने सर्वसम्मति से अजीत पवार को अपना नेता नियुक्त किया। पटेल ने कहा कि कौन निर्धारित करेगा कौन सा वास्तविक राजनीतिक दल है? यह भारत के चुनाव आयोग के क्षेत्र में है, जबकि विधायकों की कार्रवाई अध्यक्ष के क्षेत्र में है।

शरद पवार ने की थी दिल्ली में मीटिंग

अजित पवार के विद्रोह के बाद राकांपा पर नियंत्रण के लिए खींचतान के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) कार्य समिति ने शरद पवार के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया और अजित पवार और आठ अन्य विधायकों, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे, दोनों सांसदों को निष्कासित करने के उनके फैसले का समर्थन किया। शरद पवार ने घोषणा की कि वह पार्टी के अध्यक्ष हैं और उन सुझावों को खारिज कर दिया कि विद्रोह के बाद एनसीपी की ताकत कम हो गई है।

यह भी पढ़ें: वे सूट सिलाकर तैयार थे, महाराष्ट्र में मंत्री बनने की चाहत रखने वाले नेताओं पर नितिन गडकरी ने कसा तंज

HISTORY

Edited By

Bhola Sharma

First published on: Jul 07, 2023 07:32 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें