Maharashtra: महाराष्ट्र में शिवसेना को लेकर उद्धव ठाकरे बनाम एकनाथ शिंदे की लड़ाई अब तेज हो गई है। शनिवार को उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया कि उनका चुनाव चिन्ह मशाल रहेगा। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि गली-गली जाकर लोगों को बताइए उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह धनुष-बाण चोरी हो गया है। उद्धव ने सीएम एकनाथ शिंदे को चोर तक कह डाला।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि चोर को पवित्र 'धनुष और बाण' दिया गया। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर वे मर्द हैं तो चोरी का 'धनुष-बाण' लेकर भी हमारे सामने आएं। हम 'मशाल' लेकर चुनाव लड़ेंगे। यह हमारी परीक्षा है, लड़ाई शुरू हो गई है।
चुनाव आयोग पीएम का गुलाम है
उद्धव ने प्रधानमंत्री मोदी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि पीएम को लगता है कि वे शिवसेना को खत्म कर देंगे। शिवसेना कभी खत्म नहीं होगी। चुनाव आयोग पीएम का गुलाम है। आयोग ने जो किया वह कभी नहीं हुआ है। मैं कहना चाहता हूं कि उन्हें बालासाहेव ठाकरे का चेहरा चाहिए, उन्हें चुनाव चिन्ह चाहिए लेकिन शिवसेना का परिवार नहीं।
पीएम नरेंद्र मोदी को महाराष्ट्र आने के लिए बाला साहेब ठाकरे के मास्क की जरूरत है। राज्य के लोग जानते हैं कौन सा चेहरा असली है और कौन नहीं।
पवार ने दी थी ठाकरे को सलाह- फैसला के बाद कोई चर्चा नहीं हो सकती
शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को सला दी थी कि ये चुनाव आयोग का फैसला है। एक बार फैसला हो जाने के बाद कोई चर्चा नहीं हो सकती। इसे स्वीकार करें और नया चुनाव चिह्न लें। इसका (पुराने चुनाव चिह्न के चले जाने का) कोई बड़ा असर नहीं होने वाला है क्योंकि लोग नए सिंबल को स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के फैसला के बाद सिर्फ ये फर्क पड़ेगा कि लोग अगले 15-30 दिनों तक इस पर चर्चा करेंगे, इसके अलावा कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला।
शरद पवार ने कहा कि लोग उद्धव ठाकरे गुट के नए सिंबल को उसी तरह स्वीकार करेंगे जैसे उन्होंने कांग्रेस के नए सिंबल को स्वीकार किया था। बता दें कि शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को एक बड़ा झटका देते हुए भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम शिवसेना और चुनाव चिह्न धनुष और तीर आवंटित किया।
राणा का उद्धव पर तंज, जो राम का नहीं वो किसी काम नहीं