TrendingPollutionLionel MessiGoa

---विज्ञापन---

Maharashtra Chunav 2024: उद्धव-शरद ने जीता सीट शेयरिंग का दंगल, जानें कांग्रेस क्यों पिछड़ी?

Uddhav Thackrey Sharad Pawar won seat sharing battle: महाराष्ट्र में नामांकन की आखिरी तारीख निकल चुकी है। महायुति और महाविकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग को लेकर जबरदस्त घमासान देखने को मिला। हालांकि महायुति में बीजेपी तो एमवीए में उद्धव और शरद पवार ने सीट शेयरिंग की बाजी जीत ली।

Uddhav Thackrey Sharad Pawar
Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन था। चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति और कांग्रेस के नेतृत्व वाले एमवीए में सीधी लड़ाई है। चुनाव की तारीखों के एलान के बाद से ही प्रदेश में सीट शेयरिंग को लेकर दोनों गठबंधन कई मौकों पर एक-दूसरे से उलझते नजर आए। सीट शेयरिंग की इस कशमकस में पहले दिन से ही बीजेपी, कांग्रेस से आगे दिख रही है। बीजेपी प्रदेश की 288 में से 150 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस के खाते 103 सीटें ही आई। सीट शेयरिंग के दौरान यह खबर भी सामने आई कि शिवसेना और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। शिवसेना के नेता कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व से नाराज थे। कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व सीट शेयरिंग को लेकर फैसला नहीं कर पा रहा था। शिवसेना का आरोप था कि नाना पटोले हर विषय को केंद्रीय आलाकमान से पूछकर हल करते हैं। इससे सीट शेयरिंग में अनावश्यक समय जाया हो रहा है। इसके बाद दोनों दलों में मुंबई और विदर्भ की सीटों को लेकर टकराव की खबरें आती रही। ये भी पढ़ेंः मजबूरी या कुछ और… BJP के विरोध के बावजूद अजित पवार ने नवाब मलिक को क्यों दिया टिकट?

बीजेपी के पक्ष में गया सीट शेयरिंग

हालांकि बाद में शरद पवार ने सीट बंटवारे में अहम भूमिका निभाई और समय रहते दोनों दलों के बीच विवाद को सुलझा लिया। स्थानीय कांग्रेस नेता ने कहा शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस आलाकमान से सख्त सौदेबाजी की, इसलिए कांग्रेस सीट शेयरिंग में अन्य पार्टियों से पिछड़ गई। वहीं दूसरी ओर महायुति में एकनाथ शिंदे और अजित पवार बीजेपी को सीधा फोन नहीं कर सकते हैं, इसलिए सीट शेयरिंग महाराष्ट्र में बीजेपी के पक्ष में गया। ये भी पढ़ेंः Maharashtra Chunav 2024: 2 मिनट लेट हुए तो मंत्री जी नहीं कर पाए नामांकन, टिकट नहीं मिलने पर छोड़ी थी कांग्रेस


Topics:

---विज्ञापन---