Raj Thackeray Meeting With Minister Amit Shah: लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियों के बीच महाराष्ट्र में एक बड़ा ‘खेल’ होने जा रहा है। पिछले काफी समय से सक्रिय राजनीति से दूर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) अचानक से मुखर हो गए हैं। इतना ही नहीं वे बीती रात बेटे अमित ठाकरे के साथ अचानक दिल्ली पहुंच गए। वहां देररात उन्होंने पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े से मुलाकात की।
इसके बाद आज सुबह विनोद तावड़े के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए गए। महाराष्ट्र में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले पहले से दिल्ली पहुंचे हुए हैं। ऐसे में चर्चा है कि राज ठाकरे NDA-शिवसेना-राकांपा गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, राज ठाकरे ने गठबंधन में 2 सीटों नासिक और साउथ मुंबई की डिमांड की है। वहीं अमित शाह की नजर राज ठाकरे को 2.25 फीसदी वोट बैंक पर है।
#WATCH | MNS chief Raj Thackeray leaves from a private hotel in Delhi after meeting BJP National General Secretary Vinod Tawde. pic.twitter.com/ADtdG1Y93a
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) March 19, 2024
साउथ मुंबई की सीट मिलने के आसार
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर राज ठाकरे गठबंधन में शामिल होते हैं तो उन्हें साउथ मुंबई की सीट मिल सकती है। वहीं अगर मनसे को सीट मिली तो पार्टी के दिग्गज नेता और शिवडी विधासनभा से MLA रह चुके बाल नदगांवकर को चुनावी रण में उतारा जा सकता है। नदगांवकर 2009 और 2014 में साउथ मुंबई से ही लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। एक बार फिर किस्मत आजमा सकते हैं, लेकिन देखना यह होगा कि क्या एकनाथ शिंदे गुट साउथ मुंबई की सीट छोड़ेगा?
शिवसेना UBT पर करारी चोट होगी
सियासी चर्चाओं का बाजार इसलिए भी गरम हैं कि राज ठाकरे का महागठबंधन में शामिल होना शिवसेना UBT पर बड़ी चोट होगा, जबकि शिवसेना पहले से ही बंटवारे का दर्द झेल रही है। ऐसे में एक बार फिर उद्धव अपनों से चोट खा सकते हैं। भाजपा भी बची खुची शिवसेना में सेंध लगाने के लिए राज ठाकरे को मोहरा बना सकती है।
राज ठाकरे से NDA को यह फायदे होंगे
- मराठी वोट बैंक और मजबूत कैंडिडेट मिलेगा।
- राज ठाकरे महाविकास अघाड़ी के खिलाफ प्रचार करेंगे।
- उद्धव ठाकरे गुट के मजबूत खेमों में सेंध लगेगी।
- महाराष्ट्र के हिंदुत्ववादी वोटों का विभाजन नहीं होगा।
- राज ठाकरे की भाषण देने की तेजतर्रार शैली का फायदा होगा।
- राज ठाकरे का प्रभाव शिवसेना UBT की स्थिति को कमजोर करेगा।
MNS chief Raj Thackeray meets Union Home Minister Amit Shah, in Delhi. pic.twitter.com/EQK5pF2rTD
— ANI (@ANI) March 19, 2024
2014 में लड़ा था मनसे ने लोकसभा चुनाव
राज ठाकरे शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के भाई श्रीकांत ठाकरे के बेटे हैं। साल 2006 में पारिवारिक मनमुटाव के कारण वे शिवसेना से अलग हो गए थे। उन्होंने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बनाई। इसके बाद मनसे ने 2009 का लोकसभा चुनाव महाराष्ट्री की 11 सीटों पर लड़ा और अच्छा प्रदर्शन करते हुए 4.07 प्रतिशत यानी 15.04 लाख वोट लिए।
2014 का लोकसभा चुनाव 10 सीटों पर लड़ा था, लेकिन पार्टी को सिर्फ 1.5 प्रतिशत वोट मिले थे। मनसे ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। अक्टूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कुल 101 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। विधानसभा चुनाव में कल्याण ग्रामीण से MNS के एकमात्र उम्मीदवार राजू पाटिल जीते थे।
86 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। उस विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे को कुल 2.25 फीसदी यानी 12,42,135 वोट मिले थे। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राज ठाकरे ने भाजपा खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राज्यभर में चुनाव प्रचार किया था। हालांकि उन्होंने इस चुनाव में पार्टी का कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था, लेकिन उन्होंने कांग्रेस और NCP का समर्थन किया था। 2014 के विधानसभा चुनाव में मनसे को 3.1 फीसदी वोट मिले थे।