MP Assembly Election: कांग्रेस इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। ऐसे में पार्टी लगातार हर मोर्चे पर संगठन को मजबूत करने में जुटी है। पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने हारी हुई सीटों पर कांग्रेस को मजबूत करने का जिम्मा उठाया है। बताया जा रहा है कि पार्टी अगले एक महीने में इन सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर सकती है। क्योंकि दिग्विजय सिंह ने इन सीटों की रिपोर्ट कमलनाथ को सौंप दी है।
66 सीटों पर जारी हो सकते हैं प्रत्याशी
दरअसल, कांग्रेस ने ऐसी 66 सीटें फाइनल की थी। जिस पर पार्टी को पिछले कुछ चुनावों से लगातार हार का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में दिग्विजय सिंह ने इन सीटों पर पार्टी को मजबूत करने का जिम्मा उठाया था। दिग्विजय सिंह ने इन सभी 66 सीटों का दौरा किया था। जिसके बाद उन्होंने 66 सीटों की विस्तृत रिपोर्ट की तैयार कर उसे कमलनाथ को सौंप दिया है। इस रिपोर्ट में इस बात की जानकारी भी दी गई है कि कौन कांग्रेस के लिए सही प्रत्याशी होगा।
1 महीने में हो सकता है प्रत्याशियों का ऐलान
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों से मुलाकात करने के बाद ही विस्तृत रिपोर्ट कमलनाथ को सौंपी है। अब कांग्रेस कमेटी एक हफ्ते में इस पूरी रिपोर्ट का एनालिसिस करेगी। जिसके बाद ही इन सीटों पर दावेदारों के नामों पर भी एक हफ्ते में मुहर लगाई जाएगी। खास बात यह है कि अगले एक महीने में कांग्रेस इन सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। जिसमें सर्वे सबसे बड़ा आधार माना जा रहा है। अगर कांग्रेस इन सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करती तो फिर प्रदेश में चुनावी हलचल और तेज हो जाएगी।
नरोत्तम मिश्रा ने कसा तंज
वहीं कांग्रेस के इस सर्वे पर बीजेपी भी एक्टिव हो गई है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के सर्वे पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘दिग्विजय सिंह को इन सीटों की जानकारी हमारे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को सौंपनी चाहिए थी क्योंकि इन 66 सीटों पर तो बीजेपी जीत रही है। दिग्विजय सिंह खुद कह चुके हैं वह जहां जाते हैं वहां कांग्रेस हार जाती है, लेकिन इस बार टिकट दिलवाने पर दिग्विजय सिंह का ज्यादा जोर है। दिग्विजय की नजर कहीं और है। लेकिन छिंदवाड़ा का नतीजा बता रहा है वहां बीजेपी जीत रही है, छिंदवाड़ा से जीत की शुरुआत हो गई है।