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भोपाल में बनेगी MP की पहली हाईटेक गोशाला, मुख्यमंत्री मोहन यादव कल करेंगे भूमिपूजन

Hi-tech Gaushala In Bhopal: भोपाल से 20 किलोमीटर दूर बरखेड़ी डोब में जिले की सबसे बड़ी गोशाला बनेगी। इसमें एक साथ 10 हजार गोवंश रखे जा सकेंगे। सीएम मोहन यादव कल करेंगे भूमि पूजन।

Hi-tech Gaushala In Bhopal
Hi-tech Gaushala In Bhopal: राजधानी के हुजूर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले विदिशा रोड स्थित बरखेड़ी डोब गांव में प्रदेश की पहली अत्याधुनिक गोशाला बनेगी। शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर गुरुवार को विधायक रामेश्वर शर्मा ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण समेत अन्य अधिकारियों के साथ गोशाला निर्माण स्थान का निरीक्षण किया। इसमें गायों के आधुनिक तरीके से रख-रखाव के साथ ही उनके उपचार के लिए सभी संसाधनों से युक्त चिकित्सा वार्ड का भी निर्माण किया जाएगा। जैविक संयंत्र भी लगेगा।

आधुनिक तरीके से होगा निर्माण

इस मौके पर विधायक शर्मा ने कहा कि 25 एकड़ क्षेत्र में प्रदेश की पहली हाईटेक गोशाला बनने जा रही है। प्रदेशभर में गोशालाओं के निर्माण के साथ ही गोमाताओं के आहार और सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस गोशाला में 10 हजार गोमाताओं को रहने की व्यवस्था होगी। इसमें चौबीस घंटे निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगेंगे। जैविक खाद निर्माण का संयंत्र भी लगेगा। इसमें गायों के आधुनिक तरीके से रख-रखाव के साथ ही उनके उपचार के लिए सभी संसाधनों से युक्त चिकित्सा वार्ड का भी निर्माण किया जाएगा।

नगर निगम करेगा संचालन

यहां पर यह बता दें कि ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा लगभग 15 करोड़ रुपए की लागत की गोशाला का निर्माण कराया जाएगा। नगर निगम एवं पशुपालन विभाग नोडल एजेंसी होंगे। इस गोशाला की फंडिंग स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और जिला पंचायत द्वारा की जाएगी। वहीं, गोशाला का संचालन नगर निगम द्वारा किया जाएगा। इस अत्याधुनिक गोशाला का निर्माण तीन चरणों में होगा। जिसमें प्रथम चरण में लगभग 2 हजार पशु क्षमता का निर्माण किया जाएगा। इस अत्याधुनिक गोशाला में गायों को भूसा, हरी घास, पशु आहार आदि कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से पहुंचाया जाएगा।

ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर प्लांट लगेगा

गोशाला में गाय के गोबर एवं मूत्र से विभिन्न सामग्री तैयार की जाएगी और जैविक खाद निर्माण के लिए संयंत्र भी लगाया जाएगा। गोशाला में रहने वाले पशुओं एवं सड़कों पर घायल एवं बीमार होने वाले मवेशियों के उपचार के लिए चिकित्सा वार्ड भी बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि प्रदेश की मोहन सरकार वर्तमान हिंदू साल (चैत्र माह से फाल्गुन माह तक) को गो-संरक्षण एवं गो-संवर्धन वर्ष के रूप में मना रही है। इसके तहत सरकार द्वारा गोवंशी पशुओं के हित में कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। ये भी पढ़ें-  स्कूल यूनिफॉर्म में छात्राओं की निकाह वाली Reel Viral; प्रिंसिपल ने मां-बाप को भेजा बुलावा


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