MP Assembly Election: देश में पांच महीने बाद पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम शामिल हैं। ऐसे में चुनाव आयोग ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। खास बात यह है कि इस बार चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों के खर्च की सीमा में बड़ा बदलाव किया है।
12 लाख का खर्च बढ़ाया गया
दरअसल, इस बार चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों के खर्च की सीमा बढ़ा दी है। अब तक उम्मीदवारों को 28 लाख रुपए खर्च करने की अनुमति थी। लेकिन अब उम्मीदवार 12 लाख और ज्यादा खर्च कर पाएंगे। यानि अब प्रत्याशी कुल 40 लाख रुपए विधानसभा चुनाव में खर्च कर लेंगे। जिससे अकेले मध्य प्रदेश में इस बार 2,500 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होने की संभावना है।
निगरानी के भी दिए आदेश
हालांकि खर्च की सीमा बढ़ाने के साथ ही चुनाव आयोग ने निगरानी के भी निर्देश दिए हैं। यानि अवैध धन पर नजर रखने लिए जांच एजेंसी नजर रखे हैं। चुनाव आयोग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों और एसपी को चुनावी तैयारियों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
अक्टूबर में जारी हो सकती है अधिसूचना
दरअसल, मध्य प्रदेश में 15वीं विधानसभा का गठन 13 दिसंबर 2018 को हुआ था। ऐसे में 13 दिसंबर से पहले मध्य प्रदेश में 16वीं विधानसभा का गठन होना जरूरी है। ऐसे में चुनाव आयोग का कमीशन जल्द ही मध्य प्रदेश का दौरा भी करेगा। बताया जा रहा है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम जारी कर सकता है।