Indore MYH rats bit newborn babies latest Update: इंदौर के एमवाय अस्पताल की लापरवाही ने मासूम की जान ले ली। अस्पताल के एनआईसीयू (NICU) में चूहों ने दो नवजात बच्चों को काट लिया था, जिनमें से एक की मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. घनघोरिया ने तत्काल सख्त कार्रवाई की है। डीन ने नर्सिंग ऑफिसर आकांक्षा बेंजामिन और श्वेता चौहान को निलंबित कर दिया है। सहायक प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर कलावती बलावी को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है। पीआईसीयू की प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर प्रवीणा सिंह और पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रभारी-प्राध्यापक डॉ. मनोज जोशी को भी नोटिस दिया गया है।
साथ ही आईसीयू इंचार्ज और असिस्टेंट इंचार्ज पर भी कार्रवाई हुई है। नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मारग्रेट जोसेफ को पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह नर्सिंग ऑफिसर सिस्टर दयावती दयाल को नया नर्सिंग सुपरिटेंडेंट बनाया गया है।
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एजाइल कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना
डीन डॉ. घनघोरिया ने पेस्ट कंट्रोल में लापरवाही के लिए एजाइल कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है और चेतावनी दी है कि उनका एमओयू रद्द किया जा सकता है। साथ ही अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. अशोक यादव को तुरंत पेस्ट कंट्रोल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस पूरे मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है, जिसमें डॉ. एस.बी. बंसल, डॉ. शशि शंकर शर्मा, डॉ. अरविंद शुक्ला, डॉ. निर्भय मेहता, डॉ. बसंत निगवाल और नर्सिंग ऑफिसर सिस्टर दयावती दयाल शामिल हैं। कमेटी जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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एनआईसीयू में तो एक बड़ा चूहा सक्रिय
अस्पताल स्टाफ के मुताबिक वार्डों में चूहे हो गए है और एनआईसीयू में तो कई दिनों से एक बड़ा चूहा सक्रिय है। रविवार को जब पहला मामला सामने आया था, तब डॉक्टर को लगा के बच्चे को कोई इन्फेक्शन हुआ है लेकिन सोमवार को जब फिर नवजात को चूहा काट गया तो डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया।
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अस्पताल अधीक्षक ने बताया-अब ठीक हैं बच्चे
अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के लिए समिति के गठन के आदेश दिए है, ताकि पता चल सके किसकी लापरवाही की वजह से ऐसी घटना हुई हैं। इससे पहले अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक यादव ने घटनाओं की पुष्टि करते हुए कहा था कि दोनों बच्चे ठीक हैं, जबकि उनमें से एक नवजात बच्चे ने दम तोड़ दिया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि मरीजों के परिजन भोजन सामग्री वार्ड तक ले आते हैं, जिससे चूहों की संख्या बढ़ रही है। आखिरी बार वृहद पेस्ट कंट्रोल पांच साल पहले किया गया था।
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घटना के बाद जागा अस्पताल प्रशासन
नवजात बच्चों के हाथ कुतरने की घटना से संज्ञान लेते हुए अस्पताल के कर्मचारियों को 24 घंटे निगरानी रखने की सख्त वार्निंग दी गई है। मरीजों के परिजनों को अस्पताल के वार्ड में खाने-पीने की चीजें लाने से मना कर दिया गया है। अस्पताल की खिड़कियों पर जालियां लगवाई जा रही हैं, ताकि चूहे नुकसान न पहुंचा सकें।
पहले भी चूहों ने आतंक मचाया
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के अस्पतालों में पहले भी चूहों ने आतंक मचाया है। दो साल पहले जनवरी में सागर के जिला अस्पताल के शवगृह में चूहों ने शव की आंख कुतर दी थी। जून 2023 में भोपाल में हमीदिया अस्पताल में ऐसी ही घटना सामने आई थी। मई 2024 में छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में भी मरीज को चूहे ने नुकसान पहुंचाया था।
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