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बड़ा दावा बड़ा बवाल: चंपई सोरेन पर नजर रख रही थी झारखंड पुलिस, सीएम हेमंत करा रहे थे जासूसी!

Jharkhand Politics: चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा का साथ छोड़ते हुए भाजपा का दामन थाम लिया है। इस घटनाक्रम ने एक ओर भाजपा को झारखंड में मजबूत करने का काम तो किया ही है, दूसरी ओर भाजपा के नेता झारखंड की सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमलावर हो गए हैं।

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हो गए हैं। (एएनआई)
Champai Soren joined the BJP : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सीएम हेमंत सोरेन के करीबी चंपई सोरेन आज यानी शुक्रवार को लंबे समय से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा में शामिल हो गए। बता दें कि राज्य में इस साल के अंत या फिर अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चंपई सोरेन की एंट्री ने राज्य में भगवा दल की स्थिति को मजबूत करने का काम किया है। चंपई सोरेन के इस कदम को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तो तरह-तरह की हो रही हैं, लेकिन असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के एक दावे ने अलग ही विवाद खड़ा कर दिया है। असम के मुख्यमंत्री सरमा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने चंपई सोरेन की जासूसी कराने की कोशिश की थी। सरमा ने कहा कि मैं भी एक मुख्यमंत्री हूं और कोई भी सीएम अपने मंत्रियों की जासूसी कराने की कोशिश नहीं करता। लेकिन, हेमंत सोरेन ने ऐसा ही किया। सरमा ने कहा कि चंपई की जासूसी कराने के मामले में दिल्ली पुलिस 2 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन हेमंत सोरेन का कहना है कि ये लोग सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए भेजे गए थे। साथ ही सरमा ने सवाल भी उठाया कि अगर हेमंत सोरेन सही कह रहे हैं तो उनके पास कोई हथियार क्यों नहीं थे? ये भी पढ़ें: चंपई से बीजेपी को होंगे ये 5 फायदे, हेमंत के खिलाफ बनेंगे हथियार

'2 महीने बाद देंगे करारा जवाब'

हिमंता बिस्वा सरमा झारखंड में भाजपा के सह प्रभारी भी हैं। उन्होंने दावा किया कि झारखंड पुलिस ने चंपई सोरेन को छह महीने तक सर्विलांस पर रखा था। हम 2 महीने बाद हेमंत सोरेन को इसका करारा जवाब देंगे। बता दें कि ईडी की ओर से गिरफ्तार किए जाने के बाद हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री बने थे जिन्होंने चार महीने तक राज्य की कमान संभाली थी। लेकिन हेमंत सोरेन के बाहर आते ही सीएम की कुर्सी चंपई सोरेन से वापस ले ली गई थी और हेमंत सोरेन ने फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। ये भी पढ़ें: चंपई सोरेन ने बीजेपी को क्यों चुना? हेमंत को घर में घेरने की तैयारी


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