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हिमाचल में बीजेपी की कोई तिकड़म नहीं चलेगी, कांग्रेस को जबरदस्त समर्थन

Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की कोई तिकड़म नहीं चलेगी। प्रदेश में कांग्रेस को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। यहां कांग्रेस की सरकार आना तय है। यह बातें सोमवार को राज्य सभा सदस्य और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहीं। आज कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन, शिमला में हिमाचल के महत्वपूर्ण मुद्दों […]

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला।
Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की कोई तिकड़म नहीं चलेगी। प्रदेश में कांग्रेस को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। यहां कांग्रेस की सरकार आना तय है। यह बातें सोमवार को राज्य सभा सदस्य और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहीं। आज कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन, शिमला में हिमाचल के महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रेसवार्ता करते हुए राजीव शुक्ला ने कहा अगले दस दिन पूरे प्रदेश में घमासान चुनाव संचालन होगा। आज प्रियंका गांधी ने रैली को संबोधित किया है। उनके लिए सड़कों पर चारों तरफ लोग भरे पड़े थे। मेरी व्यापारियों, सामाजिक कार्यकर्ता, आम लोगों, पत्रकारों आदि सबसे बात हुई। कांग्रेस की जबरदस्त लहर है। कांग्रेस को पूरा समर्थन मिल रहा है। बीजेपी का कोई प्रोपेगेंडा अब नहीं चलेगा।

अफसर निष्पक्ष चुनाव करवाएं

राजीव शुक्ला ने राज्य सरकार के अफसरों को हिदायत दी है कि वे पूरी निष्पक्षता के साथ कार्य करें। वह बीजेपी के एजेंट की तरह काम नहीं करें। अधिकारियों को निष्पक्ष चुनाव कराना सुनिश्चित करना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कांग्रेस के 11 बागी प्रत्याशियों ने अपना नामाकंन वापस ले लिया है। जबकि बीजेपी के 21 बागी प्रत्याशियों ने पर्चा भरा है। बीजीपी में गुटबाजी है। झगड़ा है, बीजेपी किसी भी तरह सत्ता में नहीं आएगी। अधिकारियों से भी अनुरोध करना चाहता हूं कि वह निष्पक्ष चुनाव कराने का प्रयास करें। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद किसी प्रकार की हेरफेर नहीं होने दें।

सभी वादे पूरा करेगी कांग्रेस

आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश के कर्मचारियों को गारंटी दी है कि वह यहां सरकार बनने पर पहली बैठक में ओपीएस लागू करेगी। बीजेपी को अब यह समझ आने लगा है कि ओपीएस का मुद्दा कितना अहम है और वह में घबराहट है कि यह मुद्दा लोगों में निचले स्तर तक पहुंच गया है। लेकिन इसके बावजूद अभी भी वह कर्मचारियों को गुमराह ही कर रहे हैं। हकीकत यह है कि भाजपा ने ओपीएस को लागू ही नहीं करना है। यदि भाजपा की नीयत साफ होती और इस मामले पर गंभीर होती व कैबिनेट में फैसला लेकर इसे लागू करती।


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