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हिमाचल प्रदेश को गहरे जख्म दे गई ‘बेरहम बारिश’; टूरिस्ट बर्बाद, होटल मालिक बोले- कोविड के बाद दूसरी ‘बड़ी मार’

Himachal Pradesh Rain 2023: इस साल भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बुरी तरह से प्रभावित किया है। एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। केवल धर्मशाला में बारिश के कारण 6 करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान का अनुमान […]

Himachal Pradesh Rain 2023: इस साल भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बुरी तरह से प्रभावित किया है। एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। केवल धर्मशाला में बारिश के कारण 6 करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान का अनुमान लगाया गया है, जो अभी और बढ़ सकता है क्योंकि कई विभागों से अभी रिपोर्ट आनी बाकी है।

कई वर्षों की तुलना में भारी बारिश

धर्मशाला के एक होटल व्यवसायी प्रेम सागर ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि मानसून का मौसम चल रहा है और यहां इसका समय करीब 90 दिनों का है। हम अभी इस सीजन के बीच में हैं। इस साल मानसून सही समय पर शुरू हुआ, लेकिन पिछले कई वर्षों की तुलना में काफी बारिश हो रही है। अनियोजित निर्माण पानी के बहाव को रोक रहा है, जिससे नुकसान हो रहा है। प्रेम सागर ने बताया कि यहां मानसून सीजन के महज तीस दिनों में ही धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है।

कारोबार में 90 फीसदी की गिरावट

यात्रा उद्योग पिछले तीन वर्षों से कोविड के कारण बुरे समय से गुजर रहा था अब खराब कनेक्टिविटी के कारण अगले दो वर्षों या और ज्यादा समय तक आने से बचेंगे। इससे बड़ा नुकसान हो सकता है। गंभीर भूस्खलन और बाढ़ ने पर्यटन उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि पर्यटन कारोबार में 90% की गिरावट है। धर्मशाला के एसडीएम धर्मेश रामोत्रा ने बताया कि धर्मशाला को बारिश के लिए भी जाना जाता है, लेकिन इस साल बारिश ने यहां सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है। धर्मेश रामोत्रा ने कहा कि धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है और एनएच अधिकारियों की ओर से सावधानी के साइनबोर्ड लगाए गए हैं।

187 लोगों की मौत, 215 लापता

उन्होंने कहा, धर्मशाला-मैक्लोडगंज का एक अन्य प्रमुख वैकल्पिक मार्ग खड़ा डांडा भी क्षतिग्रस्त है, जिसके कारण यातायात को डायवर्ट कर दिया गया है। इन सबके बीच, पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है और बहुत कम पर्यटक धर्मशाला आ रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शनिवार को बताया कि 24 जून को हिमाचल प्रदेश में दस्तक देने के बाद से मानसून ने अब तक 187 लोगों की जान ले ली है। हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, अब तक 34 लोग लापता हैं और 215 लोग घायल हुए हैं। 702 घरों को गंभीर नुकसान हुआ है, जबकि 7161 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। बारिश और बाढ़ के कारण 241 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं जबकि 2218 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। एचपीएसडीएमए ने कहा है कि अब तक 5620.22 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। राज्य में भूस्खलन की 72 घटनाओं के अलावा अचानक बाढ़ की 52 घटनाएं हुई हैं। तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 650 से अधिक सड़कें बंद हैं। हिमाचल प्रदेश की खबरों के लिए यहां क्लिक करेंः-


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