Surat Bomb Blast Call: लोकसभा चुनाव के बीच गुजरात क्राइम को लेकर सुर्खियां बटोर रहा है। पहले अहमदाबाद के स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली और फिर सूरत में हिन्दू नेताओं को मारने की साजिश रचने वाला मौलवी गिरफ्तार हुआ। इसके बाद सूरत पुलिस के कंट्रोल रूम में एक फिल्मी फोन कॉल आया और पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
अंजान फोन कॉल ने किया परेशान
सूरत शहर के पुलिस कंट्रोल रूम में बीती शाम साढ़े सात बजे एक फोन आया। फोन पर मौजूद शख्स ने फिल्मी अंदाज में कहा, शहर में देर रात 11ः55 मिनट पर तीन बम धमाके होंगे। इससे पहले पुलिस कोई सवाल करती फोन कट गया। फोन किसका था? क्या ये फोन कॉल असली था या नकली? अगर सचमुच बम धमाका होगा तो आखिर कहां? शहर की किन जगहों पर बम धमाके के आसार हैं? इन सभी सवालों पर सस्पेंस बना हुआ है।
सूरत पुलिस ने लिया एक्शन
अब सूरत पुलिस के सामने दो बड़े टास्ट थे। पहला फोन कॉल करने वाले शख्स की तलाश करना और दूसरा शहर की प्रमुख जगहों पर सुरक्षा का अलर्ट जारी करना। ऐसे में शहर के सभी पुलिस स्टेशनों पर इस फोन कॉल की सूचना पहुंचाई गई और एसओजी समेत क्राइम ब्रांच भी फौरन एक्टिव हो गई। इसके अलावा पुलिस ने भीड़भाड़ वाले इलाके में भी लोगों को आगाह किया।
पकड़ा गया आरोपी
बम धमाके की जानकारी देने वाले शख्स का पता लगाने में सूरत पुलिस को 12 घंटे का समय लगा। हालांकि रात भर की जांच पड़ताल के बाद पुलिस आखिरकार आरोपी तक पहुंच गई। बता दें कि फोन कॉल करने वाले शख्स का नाम अशोक सिंह है, जो उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाला है। हालिया पूछताछ में पता चला है कि अशोक ने पुलिस को परेशान करने के लिए फोन किया था, जिससे सूरत पुलिस की नींद हराम हो गई। हालांकि पुलिस ने अशोक को हिरासत में ले लिया है और उससे जुड़ी जानकारियां हासिल की जा रही हैं।
स्टंट के लिए किया कॉल
सूरत शहर पुलिस के जोन 2 डीसीपी भगीरथ गढ़वी ने बताया कि पकड़े गए अपराधी अशोक सिंह ने सिर्फ स्टंट के लिए कॉल करने की बात स्वीकार की है, लेकिन पुलिस जानकारी जुटा रही है कि यह अतीत में क्या करता था? इसकी कोई क्रिमिनल हिस्ट्री तो नहीं है? यह किसी संगठन वगैहर से तो नहीं जुड़ा हुआ है? डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने बताया कि हमारे पास सिर्फ कॉलर की लोकेशन थी। इसके अलावा कोई जानकारी नहीं थी। इस मामले में आरोपी के खिलाफ जितनी धाराएं लगाई जा सकती हैं। उसके तहत कर्रवाई की जाएगी।