भूपेंद्र सिंह ठाकुर
Gujarat Education System Exposed: विकास की ओर बढ़ने का दावा करने वाले गुजरात की शिक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा एक रिपोर्ट रिलीज की गई है। इस रिपोर्ट में गुजरात के शिक्षा विभाग को लेकर कई बाते सामने आई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात में 2462 स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने के लिए महज एक ही शिक्षक कार्यरत है। इसके अलावा इन सभी स्कूलों में 87000 से भी ज्यादा छात्र और छात्राएं पढ़ाई करते हैं।
‘274 स्कूलों में 382 शिक्षकों पर एक भी छात्र नहीं’
रिपोर्ट में अनुपात के मुताबिक गुजरात में 25 छात्र पर एक शिक्षक होना चाहिए, जिसके हिसाब से 87000 छात्रों के लिए कुल 4 लाख 59 हजार शिक्षक होने चाहिए। वहीं राज्य में इन 87000 छात्रों के लिए सिर्फ 394000 ही शिक्षक कार्यरत हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की इसी रिपोर्ट में एक चौकांने वाली सच्चाई समाने आई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में 274 ऐसे स्कूल है जहां एक भी विद्यार्थी नहीं है उसके बावजूद यहां पर पढ़ने के लिए 382 शिक्षक एनरोल्ड है।
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क्वालिफाइड नहीं है 70 फीसदी शिक्षक
इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि गुजरात के शहरी इलाकों में नौकरी करने वाले 70 फीसदी शिक्षक प्रोफेशेनली क्वालिफाइड नहीं है। हालांकि केंद्र मंत्रालय की इस रिपोर्ट में बाकी राज्यों के भी शिक्षा स्तर को लेकर काफी चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है। लेकिन गुजरात जिसे एक विकसित राज्य कहा जाता है वहां की शिक्षा विभाग की ये हकीकत हैरान करने वाली है। बता दें कि गुजरात में आए दिन की विकास से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के काम रहें हैं। इसमें कई नए प्रोंजेक्ट के साथ पुराने बुनियादी ढांचों का रिनोवेशन भी शामिल है।