Ahmedabad News: अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में न केवल गुजरात बल्कि अन्य राज्यों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। हर दिन बड़ी संख्या में लोग अलग-अलग उपचारों के लिए इस अस्पताल में आते हैं। इस बीच, राज्य सरकार इस अस्पताल का मॉडर्नाइजेशन भी कर रही है। सिविल अस्पताल परिसर में नया अस्पताल बनाने का काम चल रहा है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने विधानसभा में पेश की।
स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने दी जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने पुराने ट्रॉमा सेंटर की पुरानी इमारतों को ध्वस्त करने और उनकी जगह एक नया ओपीडी, एक नया 900-बेड का सामान्य अस्पताल और संक्रामक रोग रोगियों के लिए 500-बेड का अस्पताल बनाने की योजना बनाई गई है।
ये होंगी सुविधाएं
मंत्री ऋषिकेश पटेल ने विशेष रूप से कहा कि इस कार्य की अनुमानित कुल लागत 588 करोड़ रुपये की प्रशासनिक मंजूरी दी गई है। जिसमें पिछले 4 सालों में अब तक अलग-अलग स्टेजों में कुल 100,000 रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इसके लिए 236.50 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। नवनिर्मित 500 बिस्तरों वाले संक्रामक रोग अस्पताल और 900 बिस्तरों वाले सामान्य अस्पताल में 300 बिस्तरों वाला आईसीयू भी होगा। इसके अलावा विशेष कमरे, वीआईपी कमरे मिल जाने पर कुल 2018 अस्पताल बेड हो जाएंगे।
लगभग दस मंजिला इस निर्माणाधीन अस्पताल में 555 चार पहिया और 1000 दो पहिया वाहनों की क्षमता वाला पार्किंग स्थल, संक्रामक रोगों के लिए एक अलग ओपीडी, एक ऑपरेशन थियेटर और 115 बिस्तर होंगे, जिनमें 15 टीबी आईसीयू बिस्तर, 300 आईसीयू बिस्तरों में से 32 संक्रामक आईसीयू बिस्तर और 60 आइसोलेशन कमरे होंगे।
इन बीमारियों का होगा इलाज
यह अस्पताल विभिन्न संक्रामक रोगों जैसे निमोनिया, सेप्सिस, स्थानिक और हैजा, एचआईवी, टाइफाइड, टाइफाइड बुखार प्रकार ए और ई, इन्फ्लूएंजा, रेबीज, कोविड-19, जापानी इंसेफेलाइटिस, तपेदिक, गंभीर संक्रामक रोग जैसे कांगो बुखार, इबोला, जीका वायरस, पीला बुखार, कृमि, वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, परजीवी संक्रमण जैसे डेंगू, कवक जैसे म्यूकोर्मिकोसिस, एस्परगिलोसिस, हिस्टोप्लास्मोसिस, बहु दवा प्रतिरोध वाले रोगियों के लिए बैक्टीरिया और वायरस के कारण होने वाले संक्रामक रोगों का इलाज करेगा।
सिविल मेडिसिटी के मास्टर प्लान
यहां सिविल मेडिसिटी के मास्टर प्लान और बजट में मंजूर कार्यों में से कुल 2590 करोड़ रुपये की लागत के 35 काम पूरे हो चुके हैं और 100 करोड़ रुपये की लागत के 35 कार्य पूरे हो चुके हैं। 131 करोड़ रुपये की लागत के 3 कार्य प्रगति पर हैं और 2018-19 में 131 करोड़ रुपये की लागत के 3 कार्य प्रगति पर हैं। 739 करोड़ रुपये के कार्य शुरू होने वाले हैं। इस प्रकार, सिविल मेडिसिटी विकास पर अब तक कुल 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि 3460 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक सेवाएं और सुविधाएं दी जा रही हैं।
नए अस्पताल में मिलेंगी ये सुविधाएं
- 555 चार पहिया और 1000 दो पहिया वाहनों की क्षमता वाली पार्किंग
- संक्रामक रोगों के लिए अलग ओपीडी
- ऑपरेशन थियेटर और 15 टीबी आईसीयू बेड सहित 115 बेड
- 300 आईसीयू बेड में से 32 संक्रामक रोग आईसीयू
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