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AAP का BJP को बड़ा झटका, पूर्व विधायक को जॉइन कराई पार्टी, पद्मश्री अवार्डी हैं जितेन्द्र सिंह शंटी

Jitendra Singh Shunty Joins AAP: दिल्ली में आज भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के पूर्व विधायक और पद्मश्री अवार्डी जितेंद्र सिंह शंटी ने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है। अरविंद केजरीवाल ने उन्हें सदस्यता दिलाई। आइए उनके बारे में जानते हैं...

जितेंद्र सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाते अरविंद केजरीवाल।
Jitendra Singh Shunty Joins AAP: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आम आदमी पार्टी को संजीवनी मिली है। वहीं दिल्ली में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। आम आदमी पार्टी ने भाजपा को झटका दिया है, क्योंकि दिल्ली से भाजपा के पूर्व विधायक और पद्मश्री जितेन्द्र सिंह शंटी ने आज आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है। उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। शंटी साल 2013 में भाजपा विधायक रह चुके हैं। शंटी शहीद भगत सिंह सेवा दल (SBS) फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं। शंटी 106 बार रक्तदान करके रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं। करीब 30 साल से समाजसेवा कर रहे हैं। शंटी झिलमिल वार्ड से 2 बार पार्षद और शाहदरा से विधायक रह चुके हैं।  

कोरोना काल में काम के लिए मिला अवार्ड

जितेंद्र सिंह शंटी को पार्टी जॉइन कराने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जितेंद्र को 'एम्बुलेंस मैन' के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 70,000 से अधिक शवों का सम्मानजनक तरीके से अंतिम संस्कार कराया है। कोविड काल के दौरान, जब लोग शवों को स्वीकार करने में झिझकते थे, उनके परिवार के सदस्यों ने शवों को स्वीकार किया और अंतिम संस्कार किया। वह भी कोविड का शिकार हो गए, यहां तक ​​कि जब उनका परिवार भी कोरोना से संक्रमित हुआ, तब भी उन्होंने अपना मिशन जारी रखा। इसके लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। वह राजनीति में सेवा करने आए हैं। उनके जुड़ने से आम आदमी पार्टी को मजबूती मिलेगी। पार्टी में उनका तहेदिल से स्वागत करते हैं।  

एक बार फिर जनसेवा का मौका देने के लिए आभार

आम आदमी पार्टी जॉइन करने के बाद जितेन्द्र सिंह शंटी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का आभारी हूं। राजनीति से बहुत दूर जा चुका था, लेकिन कोरोना काल में परमात्मा ने मुझे जनसेवा करने का मौका दिया। एक दिन अरविंद केजरीवाल का फोन आया और उन्होंने कहा कि आप लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते हैं। उन्होंने भी इस यज्ञ में आहुति देने की इच्छा जताई। उस समय कुछ कह नहीं पाया। अब मैं अपने परिवार और चाहने वालों के साथ मिलकर फैसला लेकर राजनीति में आया हूं। एक बार फिर जनसेवा करने का मौका मिला है। मेरी और अरविंद केजरीवाल की एक जैसी बात यह है कि हम दोनों ही भगत सिंह की विचारधारा पर चलते हैं।


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