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दिल्ली में लाल किले की सुरक्षा कितनी रहती है टाइट? स्नाइपर्स की नजर से परिंदा तक नहीं बचता

Delhi Lal Qila Security: दिल्ली में लाल किला के अंदर एक कार्यक्रम में लाखों की चोरी हुई है, लेकिन इस मामले के चलते लाल किला की सुरक्षा पर चर्चा छिड़ गई है। कहा जा रहा है कि विश्व धरोहर में परिंदा तक पर नहीं मार सकता है तो चोरी कैसे हो गई? पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

लाल किले के अंदर एक कार्यक्रम में चोरी होने का मामला दर्ज हुआ है।

Delhi Lal Qila Security: दिल्ली के लाल किले से सोने और हीरे-पन्ने से जड़ा कलश चोरी हो गया है। मामले में दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज करके जांच शुरू कर दी है और CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। बताया गया है कि लाल किले के अंदर जैन समाज का एक कार्यकम हो रहा था, जिसमें प्रदर्शित किया गया कलश चोरी हुआ है, लेकिन चोरी का यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया है।

क्योंकि लाल किला ऐतिहासिक और राष्ट्रीय महत्व का स्मारक होने के साथ-साथ यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर भी है, इसलिए लाल किले की सुरक्षा काफी टाइट रहती है। CRPF, CISF, NSG कमांडो, भारतीय सेना और स्नाइपर्स लाल किले पर तैनात किए गए हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि इतनी टाइट सिक्योरिटी के बीच चोरी कैसे हो गई? आइए लाल किले की सुरक्षा के बारे में जानते हैं…

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10 से 20 हजार जवान रहते हैं तैनात

मिली जानकारी के अनुसार, लाल किले की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहते हैं। इनके अलावा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान, CRPF, NSG कमांडो और सेना के जवान भी तैनात होते हैं। लाल किले के आस-पास ऊंची इमारतों के ऊपर स्नाइपर्स भी तैनात किए गए हैं। 10 से 20 हजार सुरक्षाकर्मी लाला किले के अंदर और दरवाजों पर तैनात रहते हैं। पुलिस के जवान और खुफिया एजेंट सादे कपड़ों में लाल किला के आस-पास रहते हैं। लाल किले के दरवाजों पर पुलिस की चौकियां बनी हैं।

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हाई-रिजॉल्यूशन वाले CCTV कैमरे

लाल किले के अंदर 24 घंटे 7 दिन हाई-रिजॉल्यूशन वाले हजारों CCTV कैमरे लगे हुए हैं, जिनसे नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। कई CCTV कैमरे फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी से लेस हैं। मेटल डिटेक्टर और हैंडहेल्ड स्कैनर से चेकिंग के बाद लोगों को लाल किले के अंदर एंट्री दी जाती है। बैग और सामान चेक करने के लिए X-रRay मशीनें लगी हैं। कई मौकों पर मैनुअल चेकिंग भी होती है। लाल किले के आस-पास चांदनी चौक और नेताजी सुभाष मार्ग पर दिल्ली पुलिस तैनात है, जो रेगुलर पेट्रोलिंग करती है।

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आस-पास ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध

लाल किले के अंदर आपातकालीन स्थिति में एक्शन लेने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और अग्निशमन यूनिट तैनात रहती है। लाल किले के आस-पास का एरिया भी प्रतिबंधित रहता है। इस इलाके में ड्रोन उड़ाने पर भी प्रतिबंध है। लाल किले की सुरक्षा के लिए यमुना नदी के अंदर स्पीड बोट के साथ जवान तैनात है। लाल किले के आस-पास दुकानदारों की रेगुलर वेरिफिकेशन की जाती है। अंडर-व्हीकल सर्विलांस सिस्टम (UVSS) भी आस-पास ही रहते हैं। एंट्री टिकट, पास या लेबल वाली गाड़ियों के साथ ही लोगों को एंट्री दी जाती है।

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किसान घुस गए थे लाल किला में

बता दें कि लाल किले की सुरक्षा में एक बार बहुत बड़ी सेंध लग चुकी है। बात तब की है, जब कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसान धरने पर बैठे थे। उन दिनों किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया था। उस समय वे सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए ट्रैक्टर लेकर लाल किले तक पहुंच गए थे। किसानों ने लाल किले के अंदर घुसकर आतंक मचाया था। तोड़-फोड़ तक की थी, जिसके चलते लाल किले की सुरक्षा और ज्यादा टाइट कर दी गई। अब लाल किले के आस-पास स्नाइपर्स की नजर से परिंदा तक नहीं बच सकता है।


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