Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस रैकेट में शामिल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग (BBL) के मैचों पर सट्टा लगा रहे थे। गिरफ्तार आरोपी विभिन्न राज्यों के रहने वाले हैं, जो मिलकर लंबे समय से इस अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क को चला रहे थे। इस नेटवर्क का सरगना राजू वैष्णव (48 वर्ष) है। वहीं, अन्य आरोपियों में अजय कुमार (43 वर्ष), योगेश तनेजा (36 वर्ष), तरुण खन्ना (34 वर्ष), मनीष जैन (34 वर्ष), कुशाल (32 वर्ष), परवेश कुमार (44 वर्ष), हरविंदर देओल (38 वर्ष), गौतम दास (43 वर्ष) और जगृत साहनी (32 वर्ष) शामिल हैं। आरोप है कि ये लोग एक बड़े सट्टा रैकेट का हिस्सा थे, जो T-20 बिग बैश लीग 2024-2025 के मैचों पर सट्टा लगा रहे थे।
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पुलिस को इस रैकेट के बारे में सूचना मिली थी। जिसके बाद 21 दिसंबर 2024 को करोल बाग के जोशी रोड स्थित एक फ्लैट पर छापा मारा गया। फ्लैट में कुल 10 लोग मौजूद थे और सभी अपने लैपटॉप और मोबाइल फोन पर लाइव मैचों पर सट्टा लगा रहे थे। पुलिस ने मौके से 5 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, 1 स्मार्ट टीवी और सट्टेबाजी से जुड़ी कई चीजें बरामद की हैं।
Breaking News: Major Cricket Betting Syndicate Busted in New Delhi
---विज्ञापन---In a major crackdown, the Crime Branch of Chanakyapuri, New Delhi, has successfully busted a massive cricket betting racket linked to the Big Bash T20 League in Australia. 10 individuals have been arrested,… pic.twitter.com/ReWzbGeqBO
— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) December 22, 2024
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने एक मास्टर आईडी खरीदी थी, जिसके जरिए वे अन्य लोगों को सट्टे के लिए आईडी बेचते थे। इसके अलावा वे ऑफलाइन भी सट्टा लगाते थे और कस्टमर के द्वारा लगाए गए बेटिंग को नोटपैड पर लिखते थे। रोजाना करीब 1.5 लाख रुपये की सट्टेबाजी होती थी, जिसमें से इनको प्रॉफिट के तौर पर लगभग 30 से 40 हजार रुपये मिलते थे।पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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आरोपियों की डिटेल
राजू वैष्णव: दिल्ली के करोल बाग का रहने वाला है। इस रैकेट का मास्टरमाइंड है।
अजय कुमार: करोल बाग का रहने वाला है।, पहले कपड़े की दुकान चलाता था, अब रैकेट में शामिल।
योगेश तनेजा: आगरा का निवासी है, पहले मेडिकल शॉप पर काम करता था।
तरुण खन्ना: आगरा का निवासी है, पहले मेडिकल शॉप चलाता था।
मनीष जैन: राजस्थान की राजधानी जयपुर का रहने वाला है, पहले गैस स्टोव बेचने का काम करता था।
कुशाल: राजस्थान के पाली जिले का निवासी है, पहले मोबाइल की दुकान चलाता था।
परवेश कुमार: करोल बाग का निवासी है, पहले दर्जी का काम करता था।
हरविंदर देओल: आगरा का निवासी है, पहले मोबाइल की दुकान चलाता था।
गौतम दास: राजस्थान के पाली जिले का निवासी है। पहले मोबाइल की दुकान चलाता था।
जगृत साहनी उर्फ सनी: करोल बाग का निवासी है, पहले एक सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट था। जो आईडी और पासवर्ड बनाता था।