जीएसटी में आमूल चूल परिवर्तन की जरूरत
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश का उद्योगपति ईमानदारी से काम करना चाहता है, लेकिन सिस्टम ऐसा बना दिया है कि जानबूझकर बेइमानी करनी पड़ती है। मुझे लगता है कि जीएसटी में आमूल चूल परिवर्तन करने की जरूरत है। देश का व्यापारी जीएसटी हैंडल नहीं कर पा रहा है।देश का व्यापारी दुखी
सीएम ने उदाहरण देते हुए कहा कि चाणक्य ने एक बार कहा था कि जब कोई राजा टैक्स लेता है तो उसे ऐसे टैक्स लेना चाहिए जैसे मधुमक्खी बड़े प्यार से फूल से शहद निकालती है और फूल को पता ही नहीं चलता है कि शहद निकाल लिया गया है। ठीक ऐसे ही सरकार को व्यापारियों से टैक्स लेना चाहिए, जिससे व्यापारी को पता ही नहीं चले कि टैक्स लिया जा रहा है। इसके उलट टैक्स इतना जटिल कर दिया है कि व्यापारी दुखी है तो व्यापारी व्यापार कैसे करेगा और व्यापार नहीं करेगा तो देश तरक्की कैसे करेगा।बिना सद्भाव कैसे बनेंगे विश्व गुरु
अरविंद केजरीवाल ने भाई-भाई को मार रहा है। ऐसे अस्थिरता के दौर में भारत कैसे विश्व गुरु बनेगा? सीएम ने कहा कि अगर भारत को विश्वगुरु बनाना है तो लोगों को सद्भाव के साथ रहना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जीएसटी का ढांचा बेहद जटिल है जिसे आसान बनाया जाना चाहिए।---विज्ञापन---