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बिहार

क्या है DK Tax और तबादला उद्योग? जिसे RJD नेता तेजस्वी ने बताया बिहार की बदहाली का मुख्य कारण

Bihar Politics: बिहार में शुक्रवार शाम फिर एक व्यापारी की हत्या हुई है। बदमाशों ने व्यापारी विक्रम झा को उन्हीं के घर में घुसकर गोलियों से भून दिया। इस हत्या पर RJD तेजस्वी ने सरकार पर सवाल उठाए। साथ ही उन्होंने एक पोस्ट के माध्यम से प्रदेश की बदहाली के लिए DK Tax और तबादला उद्योग को जिम्मेदार बताया। तेजस्वी के पोस्ट के बाद से यह बड़ा सवाल बना हुआ है कि आखिर यह है क्या? जानने के लिए पढ़िए नई दिल्ली से राघव तिवारी की रिपोर्ट।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : News24 हिंदी Updated: Jul 12, 2025 14:13

Bihar Politics: बिहार की राजधानी ने अपराधियों ने दूसरे व्यापारी को निशाना बनाया है। शुक्रवार शाम पटना में बदमाशों ने व्यापारी विक्रम झा के घर में घुसकर उन्हें गोलियां मारी। इससे विक्रम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। एक बाद एक हाल ही के दिनों में बिहार में यह तीसरे व्यापारी का मर्डर है। विक्रम के बाद नेता प्रतिपक्ष तेसस्वी यादव ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा कि अचेत मुख्यमंत्री क्यों है मौन? प्रतिदिन हो रही सैंकड़ों हत्याओं का दोषी कौन? भ्रष्ट भूंजा पार्टी जवाब दें। इसके साथ ही तेजस्वी ने बिहार में अराजक स्थिति का मुख्य कारण DK Tax तबादला उद्योग को बताया। हालांकि उन्होंने इसके मतलब को साफ नहीं किया।

10 जनवरी को तेजस्वी ने समझाया था DK टैक्स

इसी साल 10 जनवरी को मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा था कि साल 2018 के बाद बिहार में सबसे बड़े डीजीपी हो मुख्य सचिव किसी की नहीं चल रही है। वहीं रिटायर अधिकारी ही बिहार चलाने का काम कर रहे हैं। आगे तेजस्वी ने कहा कि बिहार में तो अभी DK टैक्स चल रहा है। वसूली, ट्रांसफर और हेरा-फेरी।

क्या है ‘DK टैक्स’

सुप्रीम कोर्ट के वकील अमरेष यादव ने बताया कि DK टैक्स एक राजनीतिक प्रतीक है, जो बिहार में सत्ता के भीतर चल रहे तबादला उद्योग, भ्रष्टाचार, और माफिया-प्रशासन के गठजोड़ को उजागर करता है। यह कोई वैधानिक कर नहीं, बल्कि अवैध ‘कट-मनी सिस्टम’ है। तेजस्वी के आरोप के अनुसार, बिहार में “DK Boss” यह एक रिटायर्ड अफसर है, जिसका कोई संवैधानिक पद नहीं है, लेकिन सभी बड़े निर्णय उसी के इशारे पर होते हैं। दावा है कि सीएम, मंत्री, विधायक तक DK Boss की मर्जी के बिना कोई फैसला नहीं ले सकते।

क्या है तबादला उद्योग

अमरेष यादव के मुताबिक, बिहार में पुसिल अफसर, प्रशासनिक अफसर, इंजीनियर, प्रधानाचार्य आदि सभी पदों पर पोस्टिंग के लिए रेट तय हैं। इसके अलावा मनचाहे जिले में पोस्टिंग के लिए DK टैक्स के रूप में मोटी रकम चुकानी पड़ती है। पैसे लाओ, पोस्टिंग पाओ का पूरा खेल होता है।

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First published on: Jul 12, 2025 02:13 PM

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