अमिताभ कुमार ओझा
पटना हॉस्पिटल संचालिका सुरभि राज हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में मृतका के पति, महिला स्टाफ समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सभी के खिलाफ पुलिस को फॉरेंसिक साक्ष्य मिले हैं। पटना सिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक अतुलेश झा के अनुसार इस हत्याकांड में मृतका सुरभि राज के पति राकेश रौशन उर्फ चन्दन सिंह, एशिया हॉस्पिटल की महिला स्टाफ, रमेश कुमार उर्फ अतुल कुमार, अनिल कुमार और मसूद आलम को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार मामले की जांच जारी है, जल्द ही मामले में कुछ और गिरफ्तारियां होंगी।
पुलिस को कमरे से बरामद हुई ये चीजें, कोर्ट में बनेंगे साक्ष्य
पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपियों के पास से मृतका का मैकबुक, एचपी कंपनी का प्रो बुक, अंग्रेजी शराब की तीन बोतलें, कई पेन ड्राइव और 15 सिम कार्ड मिले है। पुलिस के अनुसार मृतका के पति ने पूरी साजिश तो रची ही थी उसने सबूतों को भी नष्ट किया था। पुलिस के अनुसार मृतका के पति राकेश रौशन के बार-बार बयान बदलने पर उस पर शक हुआ। जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं जिन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हत्या से पहले अस्पताल के सभी सीसीटीवी किए गए थे बंद
आपको बता दें पटना में शनिवार की शाम एशिया हॉस्पिटल की संचालिका सुरभि राज की हत्या से सनसनी फ़ैल गई थी। सुरभि राज की हत्या के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी उस वक्त चौंक गए जब देखा की जिस कमरे में सुरभि राज को पांच गोलिया मारी गई थी वहां खून का एक कतरा भी नहीं था। घटना स्थल को पूरा साफ कर दिया गया था। यही नहीं पुलिस को घटना के दो घंटे के बाद सूचना दी गई थी। जबकि जिस जगह छह राउंड गोलिया चली हो वहां एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं मिला जिसने कहा हो की उसने गोली की आवाज सूना हो। यही नहीं हॉस्पिटल के अंदर के सभी सीसीटीवी कैमरे भी बंद थे। मतलब की पुलिस के लिए यह बिलकुल ब्लाइंड केस था। न्यूज 24 ने हत्याकांड के अगले दिन ही इस मामले में किसी अपने का हाथ होने का खुलासा किया था।
सुरभि के कमरे में बिना इजाजत कोई जाता भी नहीं था
पुलिस ने मामले की जांच के लिए फॉरेंसिक की टीम को बुलाया। टीम जब पहुंची तब तक कमरा पूरी तरह से साफ किया हुआ था। लेकिन यहां फॉरेंसिक एक्सपर्ट को वो सबूत मिला जो पुलिस को नहीं मिला था और हत्यारे ने सबूत छोड़ दिए थे। कमरे में एक चश्मे के अलावा एक कैप मिली है। हॉस्पिटल के तीसरे फ्लोर पर जहां सुरभि का केबिन था वहां सीसी टीवी नहीं था। सुरभि के कमरे में बिना इजाजत कोई जाता भी नहीं था। जांच के क्रम में सुरभि के केबिन से शराब की बोतले भी मिली। इसके अलावा ब्लड के सैम्पल भी मिले। लेकिन केबिन से मिले “कैप ” की पहचान हॉस्पिटल के बाहर लगे कैमरे में कैद एक वैसे युवक से हुई जिसने इसी कैप को लगा अपना चेहरा छुपा रखा था।