बिहार में हत्या, लूट और पुलिस पर हमले की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसी बीच राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए के सहयोगी और लोजपा (आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने रविवार को बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने विशेष रूप से अनुसूचित जाति के सदस्यों से जुड़ी घटनाओं सहित टारगेट किलिंग में बढ़ोतरी को उजागर किया और कहा कि घटनाओं के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार फोकस इस मुद्दे को तुरंत हल करने और इस तरह के अपराधों को और ज्यादा बढ़ने से रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने पर है।
अपराध को नियंत्रित करने की जरूरत : चिराग पासवान
पटना में शनिवार को एशिया अस्पताल की महिला संचालिका सुरभि राज की हत्या के मामले पर मीडिया से बात करते हुए पासवान ने कहा कि यह चिंता का विषय है और अगर ऐसी एक भी घटना घटती है तो वह सरकार पर सवाल उठाती है। उन्होंने कहा कि हाल ही के दिनों में अनुसूचित जाति (SC) के लोगों, खासकर पासवान समाज के लोगों की चुन-चुन कर हत्याएं की गई हैं। शहरी इलाकों में भी अपराध बढ़ा है। यह यकीनन सरकार के लिए चिंता का विषय है। हमने ऐसी घटनाओं में बढ़ोतरी के बारे में सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। हमने उनसे बात की है और कहा है कि अपराध को नियंत्रित करने की जरूरत है।
बिहार में हम लोग सरकार का हिस्सा नहीं हैं: पासवान
चिराग पासवान ने कहा कि ‘राज्य का लॉ एंड ऑर्डर सरकार के लिए चिंता का विषय है। बिहार में हम लोग सरकार का हिस्सा नहीं हैं। हम लोगों को पास संख्या नहीं है। अगर हम लोग सरकार का हिस्सा होते तो और मजबूती से अपनी बात रखते। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टा का कोई सदस्य हो, गठबंधन का कोई सदस्य हो या फिर कोई व्यक्ति जो असामाजिक सोच रखता हो, जो ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहा है, ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
‘सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश’
उन्होंने कहा कि चुनावी साल होने की वजह से सरकार की छवि को खराब करने के उद्देश्य से भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने इन असामाजिक तत्वों की पहचान करने और उन्हें बेनकाब करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो सरकार को बदनाम करने के लिए घटनाओं का मुद्दा उठा रहे हैं। पासवान ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इसमें एक राजनीतिक पहलू भी है। हो सकता है कि कुछ राजनीतिक दल हों जो चुनावी साल में सरकार की छवि खराब करना चाहते हों। हमें इन असामाजिक तत्वों को खोजना होगा जो इस तरह की घटनाओं से सरकार की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें उन्हें चिन्हित करना होगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। किसी भी पार्टी से जुड़े किसी भी व्यक्ति को राजनीतिक छूट नहीं मिलेगी।’
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पटना में अस्पताल संचालिका की हत्या
बता दें कि शनिवार को पटना के अगमकुआं में निजी एशिया अस्पताल की महिला संचालिका सुरभि राज की उनके केबिन में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अपराधियों ने उन्हें 6-7 गोलियां मारी थीं। जिसके बाद उन्हें एम्स रेफर किया गया था, जहां उनकी मौत हो गई। पटना सिटी के एसडीपीओ अतुलेश झा ने बताया था कि शाम को साढ़े तीन बजे हमें सूचना मिली कि एशिया अस्पताल की निदेशक सुरभि राज को गोली मार दी गई है। जब पुलिस टीम वहां पहुंची तो उन्हें बताया गया कि जब कुछ कर्मचारी उनके कमरे में गए तो उन्हें वह बेहोश और खून से लथपथ मिलीं। उन्हें आईसीयू में ले जाया गया, जहां उन्हें कई गोलियों के निशान मिले। इसके बाद उन्हें एम्स रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस टीम सभी एंगल से सबूत इकट्ठा कर रही है। वहीं, मृतका के पिता ने सुरभि की मौत में साजिश का आरोप लगाते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।