Trendingparliament winter sessionBigg Boss 19Gold Price

---विज्ञापन---

बिहार में BJP के सीट शेयरिंग फॉर्मूले में क्या पेंच? पशुपति के राज्यपाल बनने पर क्या बोले चंदन सिंह

Lok Sabha Election 2024 : देश में लोकसभा चुनाव का महासमर शुरू होने वाला है। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी। पार्टियां अब उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर रही हैं। बिहार में एनडीए के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले की खबर पर पशुपति गुट के सांसद ने बड़ा बयान दिया है।

बिहार में सीट शेयरिंग पर मची रार।
Lok Sabha Election 2024 : देश में किसी भी दिन लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज सकता है। इससे पहले बिहार में एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले की खबर सामने आई है। चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को पांच सीटें और चाचा पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) को एक भी सीटें नहीं मिलने की खबरों के बीच पशुपति गुट के सांसदों की बैठक हुई। इसे लेकर पशुपति गुट के सांसद चंदन सिंह ने बड़ा बयान दिया है। बिहार में भाजपा के साथ सीट शेयरिंग को लेकर नवादा के सांसद चंदन सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक विकल्प खुले हुए हैं। एक खबर आई थी कि भाजपा ने पशुपति पारस को राज्यपाल पद का ऑफर दिया है, इसे लेकर सांसद ने कहा कि राज्यपाल पद की स्वीकारोक्ति सिर्फ अफवाह है। यह भी पढे़ं : BJP Second List: डिप्टी सीएम के भाई का पूर्व पीएम के दामाद से मुकाबला, जानें कौन हैं CN मंजूनाथ राजनीतिक विकल्प पर भी आगे बढ़ सकता है पशुपति गुट पशुपति पारस गुट के सांसद ने कहा कि भाजपा और चिराग पासवान के बीच सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में हमारे पास भी राजनीतिक विकल्प खुले हैं, जिसे लेकर जल्द ही चर्चा होगी। इससे पहले पशुपति गुट के प्रिंस राज ने कहा कि हमारी पार्टी रालोजपा एनडीए का अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के साथ-साथ हमारे भी नेता हैं। हमारे लिए मोदी का निर्णय सर्वोपरि है। यह भी पढे़ं : BJP Second Candidate List में विवेक बंटी साहू कौन? जो कमलनाथ के बेटे को देंगे टक्कर सीट शेयरिंग की घोषणा के बाद कोई निर्णय लेगा पशुपति गुट  पशपति गुट के सांसदों के बयानों से साफ है कि बिहार में भाजपा के साथ मिलकर ही चाचा की पार्टी रालोजपा चुनाव लड़ना चाहती है। उनके बयानों में बगावत के सुर नहीं नजर आ रहे हैं। हालांकि, उन्होंने राजनीतिक विकल्प की बात की। अगर एनडीए के तहत रालोजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी तो वह अकेले भी चुनाव में मैदान में उतर सकती है। अब तो सीट शेयरिंग की आधिकारिक घोषणा के बाद ही पता चलेगा कि पशुपति पारस गुट का अगला कदम क्या होगा।

Topics:

---विज्ञापन---