बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भागलपुर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। चुनावी प्रक्रिया के तहत 17 मई से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) की शुरुआत होगी। यह कार्य ईवीएम वेयरहाउस में संपन्न होगा, जहां ईसीआईएल (ECIL) के विशेषज्ञ इंजीनियरों द्वारा मशीनों की गहन जांच की जाएगी। जांच प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और इसकी लाइव वेबकास्टिंग भी की जाएगी। इसी क्रम में बुधवार को समीक्षा भवन में जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एफएलसी की पूरी प्रक्रिया की जानकारी साझा की गई। यह जांच प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक, अवकाश के दिनों सहित, 6 जून तक जारी रहेगी।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने दी जानकारी
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि एफएलसी के दौरान हर एक राजनीतिक दल से अधिकतम तीन नामांकित प्रतिनिधियों में से एक की मौजूदगी अनिवार्य होगी। इन्हें निर्वाचन कार्यालय से जारी पहचान पत्र के साथ मौजूद रहना होगा। एफएलसी हाल में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मोबाइल फोन व अन्य सामग्री के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही ईवीएम हाल के खुलने और बंद होने के समय पर भी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी जरूरी रहेगी। चुनाव आयोग इस संपूर्ण प्रक्रिया की सीधी निगरानी करेगा।
भागलपुर में कितनी मशीनें हैं?
एफएलसी की निगरानी के लिए पर्यवेक्षक के रूप में अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सुनील कुमार रंजन को तथा नोडल पदाधिकारी के रूप में जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी सुधीर कुमार को नियुक्त किया गया है। इस कार्य के लिए ईसीआईएल के 13 इंजीनियरों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
भागलपुर जिले में फिलहाल 5107 बैलट यूनिट, 3865 कंट्रोल यूनिट और 4146 वीवीपैट मशीनें मौजूद हैं। बैठक में उप निर्वाचन पदाधिकारी श्वेता कुमारी, जनसंपर्क के संयुक्त निदेशक नागेंद्र कुमार गुप्ता और सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
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