Bihar Election 2025: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव है। इसके सत्ता पक्ष ने 125 यूनिट फ्री देने का ऐलान किया था। विपक्ष ने इसे घोषणाओं की राजनीति बताया था। लेकिन जनता तो बस इसकी लूट में लग गई है। इसकी गवाही बिजली विभाग के आंकड़ें बता रहे हैं। बिजली विभाग के पास पिछले 20 दिनों में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने नए बिजली के कनेक्शन के लिए आवेदन किए हैं। सामान्य तौर पर हर महीने पूरे राज्य में औसतन 20 से 10 से 15 हजार बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन करते थे।
फायदे की उम्मीद में बढ़ी मांग
राज्य सरकार के इस फैसले से खासकर गरीब, निम्न मध्यम वर्गीय और ग्रामीण उपभोक्ता वर्ग को सीधा लाभ मिलेगा। अब तक जो परिवार बिजली का कनेक्शन लेने से हिचक रहे थे, वे अब तेजी से आवेदन कर रहे हैं ताकि वे इस योजना का लाभ उठा सकें। ऊर्जा विभाग का मानना है कि आगामी दिनों में यह संख्या और तेजी से बढ़ सकती है।
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अलर्ट मोड में बिजली कंपनियां
इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आने के बाद दक्षिण बिहार विद्युत वितरण कंपनी (SBPDCL) और उत्तर बिहार विद्युत वितरण कंपनी (NBPDCL) ने सभी जिलों में अपने अधिकारियों और फील्ड कर्मचारियों को सक्रिय कर दिया है। विभाग का प्रयास है कि सभी पात्र आवेदकों को समय पर कनेक्शन दिया जाए।
डिजिटल प्रक्रिया से बढ़ी सुविधा
बिजली कनेक्शन की प्रक्रिया को डिजिटल और आसान बनाने का भी असर देखने को मिल रहा है। अब उपभोक्ता ऑनलाइन पोर्टल, मोबाइल ऐप और जन सुविधा केंद्रों के माध्यम से भी आवेदन कर पा रहे हैं। इससे ग्रामीण इलाकों में भी आवेदन की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।
सियासी असर भी माना जा रहा
125 यूनिट मुफ्त बिजली की योजना को 2025 विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा सियासी दांव माना जा रहा है। इस कदम से राज्य सरकार ग्रामीण वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है। वहीं विपक्ष इसे “घोषणाओं की राजनीति” करार दे रहा है।
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