हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन और बाढ़ का कहर; अब तक 31 लोगों की मौत
नई दिल्ली: हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में मानसून की बारिश के बाद भूस्खलन ने जमकर कहर बरपाया है। इनके अलावा उत्तर प्रदेश, ओडिशा और झारखंड भी प्रभावित हुए हैं। मॉनसून की बारिश के चलते पूरे देश में 31 लोगों की मौत हुई है। इनमें से सबसे ज्यादा 22 लोगों की मौत हिमाचल प्रदेश में हुई है।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में और बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे स्थिति और खराब होने की संभावना है। भारी बारिश के चलते जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों की यात्रा को रोक दिया गया है।
जम्मू और कश्मीर
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मूसलाधार बारिश के बाद पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के ऊपरी इलाकों में दारहाली नदी के उफान पर आने के बाद अचानक बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इससे पहले शनिवार को जम्मू के माता वैष्णो देवी तीर्थ के लिए तीर्थयात्रियों की आवाजाही को रोक दिया गया है। वैष्णो देवी मंदिर जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले के कटरा शहर में है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने एक बयान में कहा कि भारी बारिश के मद्देनजर कटरा से वैष्णो देवी मंदिर में तीर्थयात्रियों की ऊपर की आवाजाही को रोक दिया गया है। नीचे आने वाले तीर्थयात्रियों को आने दिया जा रहा है। पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पहले ही तैनात कर दिया गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
ओडिशा
ओडिशा में भी भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण राज्य के कई तटीय क्षेत्र कट गए हैं। भारी बारिश के कारण कई इलाकों में मकानों की दीवारें गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई।
मयूरभंज, बालासोर और क्योंझर जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। मयूरभंज जिले में सबसे अधिक 260 मिमी बारिश दर्ज की गई। 18 ब्लॉकों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई। विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने कहा कि डांगा और पुरी क्षेत्र भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। IMD भुवनेश्वर के निदेशक एचआर विश्वास ने कहा कि पश्चिमी ओडिशा के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश लगातार बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में चक्की नदी पर बना एक रेलवे पुल भारी बारिश के कारण ढह गया है। बारिश और बाढ़ से भी लोगों की जान गई है। बाढ़ और बारिश के कारण मंडी और कुल्लू जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार से भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की घटनाओं में एक ही परिवार के आठ सदस्यों समेत 22 लोगों की मौत हो गई। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि 10 लोग घायल हुए हैं।
रविवार दोपहर तक हिमाचल में 322 सड़कें बंद रहीं और 832 इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण 86 जगहों पर पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है।
उत्तराखंड
भारी बारिश से उत्तराखंड के पौड़ी, टिहरी और देहरादून जिलों में भारी तबाही हुई है। देहरादून के मालदेवता क्षेत्र ओवरफ्लो होने वाली सोंग नदी ने भीषण रूप ले लिया था। बाढ़ के चलते देहरादून को जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से जोड़ने वाला एक फ्लाईओवर बह गया। कई गांवों का संपर्क भी कट गया है। सरखेत गांव में बादल फटने से सात लोगों के मारे जाने की आशंका है।
देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर में मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ भी दर्ज की गई। राज्य की राजधानी देहरादून में शनिवार को भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज और वाराणसी के गंगा के मैदानों में भी गंगा और यमुना दोनों के जल स्तर में वृद्धि देखी गई है। इससे जिले के कई रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया है।
वाराणसी जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि बाढ़ का पानी चेतावनी स्तर 70.6262 मीटर से महज एक मीटर नीचे था और करीब 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा था। अधिकारियों ने बताया कि वरुणा नदी भी उफान पर है।
वाराणसी के घाटों ने दाह संस्कार को प्रभावित किया है, जिससे लोग अंतिम संस्कार के लिए अन्य स्थानों का उपयोग करने के लिए मजबूर हैं। प्रयागराज में बाढ़ ने बच्चों की शिक्षा को प्रभावित किया है क्योंकि स्कूलों को बंद किया गया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि डेयरी कारोबार भी प्रभावित हुआ है।
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