IPL 2023 Impact Player Rule: इंडियन प्रीमियर लीग 2023 की तैयारियों पूरी हो गई हैं। अब 23 दिसंबर को कोच्चि में मिनी ऑक्शन होना है। इसके बाद मार्च में यह लीग शुरू हो सकती है। इस बार आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू होगा, जिसे लेकर फैंस काफी उत्सुक हैं, क्योंकि आईपीएल इतिहास में पहली बार इसे लागू किया जा रहा है।
बीसीसीआई ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम की पुष्टि पहले ही कर चुकी है। अब इस नियम को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है।
IPL 2023 Impact Player Rule को लेकर बड़ा अपडेट क्या है?
क्रिकबज ने अपनी रिपोर्ट में BCCI के हवाले से बताया है कि इम्पैक्ट प्लेयर के नए नियम के सभी बिंदुओं पर चर्चा पूरी हो गई है। इस नियम के तह किसी भी स्थिति में विदेशी प्लेयर्स की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी। अभी तक IPL की एक टीम प्लेइंग 11 में अधिकतम 4 विदेशी खिलाड़ियों को रख सकती है, इम्पैक्ट प्लेयर के आने के बाद भी यह संख्या जस की तस रहेगी।
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विदेशी प्लेयर भी इम्पैक्ट प्लेयर बन सकता
नए अपडेट के अनुसार, अब विदेशी प्लेयर भी इम्पैक्ट प्लेयर बन सकता है। ये रेयर स्थिति हो सकता है। लेकिन इम्पैक्ट प्लेयर भारतीय प्लेयर्स के लिए ही है,चलिए जान लेते हैं कि इम्पैक्ट प्लेयर कैसे कब और किस स्थिति में लागू हो सकता है।
किस स्थिति में विदेशी खिलाड़ी बन सकता है इंपेक्ट प्लेयर
दरअसल, किसी भी आईपीएल टीम की प्लेइंग 11 में अगर चार विदेशी प्लेयर्स खेल रहे हैं तो विदेशी खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर नहीं बन सकता, लेकिन अगर प्लेइंग 11 में 4 से कम खिलाड़ी विदेशी हैं तो इस स्थिति में विदेशी प्लेयर को भी इम्पैक्ट प्लेयर बनाकर उतारा जा सकता है।
आकिर क्या है Impact Player Rule
अगर बात इम्पैक्ट प्लेयर नियम की करें तो यह इसलिए लागू किया गया ताकि 1 टीम मुश्किल घड़ी में, या मैच के बीच में प्लेइंग 11 में एक बदलाव कर सके, इस नियम के आने के बाद मैच शुरू होने के बाद भी प्लेइंग 11 में बदलाव किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए भी कुछ शर्तें रखीं गई हैं, नीचे जानिए उनके बारे में….
इम्पैक्ट प्लेयर नियम कैसे लागू होगा? नीचे पढ़िए
- टीम का कप्तान टॉस के दौरान प्लेइंग 11 के अलावा 4 खिलाड़ियों के नाम दर्ज करवाएगा, जो जो इम्पैक्ट प्लेयर बन सकते हैं। यानी कप्तान को कुल 15 प्लेयर्स के नाम देंगे होंगे।
- विकेट गिरने के बाद या किसी भी समय इम्पैक्ट प्लेयर को टीम में लाया जा सकता है। गेंदबाजी टीम भी इम्पैक्ट प्लेयर को विकेट गिरने के दौरान ला सकती है, लेकिन इम्पैक्ट प्लेयर उस ओवर की बची हुई गेंदें नहीं डाल सकता, जिस ओवर में विकेट गिरा हो।
- सबसे बड़ी बात ये है कि जो भी खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के बदले बाहर जाएगा, वो फिर उस मैच में दोबारा नहीं खेल सकेगा। वह प्लेयर सब्स्टीट्यूट प्लेयर बनकर भी नहीं लौट सकेगा।
- बीसीसीआई ने बताया है कि इम्पैक्ट प्लेयर कप्तान की भूमिका में भी नहीं हो सकता। वहीं कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो अभी वर्मतान के नियम के अनुसार ही प्लेयर बदला जाएगा। अगर अंपायर संतुष्ट होता है कि खिलाड़ी सचमुच में चोटिल है, या मैच के दौरान बीमार हो गया है तो सब्स्टीट्यूट प्लेयर के रूप में दूसरा प्लेयर खेलने आ सकेगा।
- सब्स्टीट्यूट प्लेयर गेंदबाजी नहीं कर सकेगा और ना ही वह कप्तान की भूमिका निभा पाएगा। बल्लेबाजी या गेंदबाजी टीम पर पेनल्टी टाइम के लिए वो समय भी देखा जाएगा, जो प्लेयर मैदान के बाहर जाने के लिए लगाएगा।
- अगर मैच के दौरान कोई भी खिलाड़ी यानी बल्लेबाज रिटायर्ड हर्ट होकर बाहर जाता है और इम्पैक्ट प्लेयर उसके बदले आता है, ऐसे में रिटायर्ड वाला प्लेयर रेप्लसेड प्लेयर के रूप में नामित है तो वो प्लेयर दोबारा आकर नहीं खेल सकता।
- अगर एक बल्लेबाज रिटायर्ड होकर बाहर जाता है, इम्पैक्ट प्लेयर उसकी जगह खेलने आता है लेकिन जो प्लेयर रिटायर्ड होकर बाहर गया है वो नहीं बल्कि दूसरा कोई प्लेयर रेप्लस प्लेयर के रूप में नामित है तो रिटायर्ड वाला प्लेयर वापस आकर मैच में खेल सकेगा।
- किसी भी स्थिति में सिर्फ 11 बल्लेबाज ही बल्लेबाजी कर सकेंगे। सिर्फ 4 विदेशी प्लेयर्स ही खेल सकेंगे।..
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