नई दिल्ली: विराट कोहली या बाबर आजम, इंटरनेशनल क्रिकेट में किस बल्लेबाज की तकनीक बेहतर है? इसे लेकर हमेशा चर्चा की जाती रही है। ये अलग बात है कि मैदान के बाहर बाबर-कोहली अच्छे दोस्त हैं। दोनों एक-दूसरे को मुश्किल समय में सपोर्ट करते नजर आए हैं। फिर भी दो दिग्गज क्रिकेटरों की हमेशा तुलना की जाती है। इस पर पाकिस्तान के कई बड़बोले क्रिकेटर भी अपनी रोटियां सेंकते नजर आते हैं।
पाकिस्तान के लिए 110 वनडे विकेट लेने वाले गेंदबाज नावेद उल हसन इन दिनों अपने ऊल-जलूल बयानों को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही उन्होंने कहा था कि IND vs PAK मैच के दौरान भारतीय मुस्लिम पाकिस्तान को सपोर्ट करेंगे तो वहीं सहवाग को लेकर भी कहा था कि उन्हें आउट करना सबसे आसान था। अब नावेद ने विराट कोहली पर भी बड़बोला बयान दिया है।
बाबर तकनीकी रूप से अधिक मजबूत
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज नावेद-उल-हसन ने बाबर को कोहली से ऊपर आंका। नादिर अली पॉडकास्ट पर नावेद ने कहा कि बाबर कोहली की तुलना में अधिक तकनीकी रूप से मजबूत हैं। उन्होंने फॉर्म में वापसी करने से पहले डेढ़ साल तक कठिन दौर से गुजरने का हवाला दिया। नावेद ने कहा- जब भी हम बाबर आजम या विराट कोहली की तुलना करते हैं, तो मैं हमेशा कहता हूं कि बाबर तकनीकी रूप से उनसे अधिक मजबूत है। कोहली ने हाल ही में एक या डेढ़ साल तक संघर्ष किया क्योंकि वह निचले स्तर के खिलाड़ी हैं।
बाबर सीमित शॉट्स का अच्छा उपयोग करते हैं
हालांकि नावेद ने कहा कि बाबर की तुलना में कोहली के पास शॉट्स की एक श्रृंखला है, लेकिन सीमाओं के बावजूद पाकिस्तान के कप्तान अपने सीमित शॉट्स का अच्छा उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा, “कोहली के पास बाबर की तुलना में अधिक शॉट्स हैं, इसका कारण यह है कि भारत की पिचें बल्लेबाजी के लिए शानदार हैं। वह आईपीएल में खेलते हैं जहां उन्हें विश्व स्तरीय गेंदबाजों का सामना करना पड़ता है।”
कोहली को आउट करना आसान होता
नावेद ने यह भी कहा कि उनके लिए इन दोनों में से कोहली को आउट करना आसान होगा। नावेद ने कहा- अगर मैं अपनी पुरानी लय में होता तो इन दोनों में से कोहली को आसानी से आउट कर सकता था। मेरे पास अच्छी आउटस्विंग थी इसलिए मैं उसे स्लिप या विकेटकीपर के पास कैच करा देता।
कौन हैं नावेद-उल-हसन?
अपनी गेंदबाजी पर ज्ञान बांटने वाले नावेद-उल-हसन ये बात भूल गए कि वो वही गेंदबाज हैं, जिन्होंने एक ओवर में 11 गेंदें फेंक डाली थीं। जिसमें से तीन नो बॉल थीं। सहवाग के सामने नावेद का ये ओवर इतना लंबा चला कि उसे पूरा करने में पसीने छूट गए।
खास बात यह है कि तीनों गेंदों में पर वीरेंद्र सहवाग ने तड़ातड़ चौके ठोके थे। नावेद ने इस ओवर में कुल 24 रन लुटाए थे। सहवाग ने अकेले ही इस ओवर में सभी गेंदें खेली थीं और 24 रन कूट डाले थे। भारत-पाकिस्तान के बीच कराची में 13 मार्च 2004 को खेले गए पहले वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने 5 रनों से शानदार जीत दर्ज की थी। उम्मीद है नावेद भारतीय क्रिकेटरों पर कोई बयान देने से पहले ऐसे मुकाबलों को जरूर याद करेंगे।