AB Devilliers Suggest ICC: साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर एबी डिविलियर्स अपने तूफानी अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अपनी बल्लेबाजी से फैंस को सबसे अधिक रोमांचित करते थे। डिविलियर्स जब तक मैदान पर रहते थे, छक्के-चौकों की बरसात थमती नहीं थी। डिविलियर्स लंबे-लंबे छक्के मारने के लिए जाने जाते हैं। वह एक ही मैच में 3-4 बार स्टेडियम के बाहर छक्के लगा चुके हैं। अब साउथ अफ्रीकी दिग्गज ने लंबे-लंबे छक्के मारने वाले बल्लेबाजों के लिए अजीबोगरीब मांग कर दी है।
2 years I mentioned on commentary that I think a batter should get a 12 if he hits a six over 100m.
That rule is on its way………………---विज्ञापन---— Kevin Pietersen🦏 (@KP24) January 20, 2024
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‘100 मीटर छक्के पर कितने रन मिलने चाहिए’
एबी डिविलियर्स ने कहा कि जो भी खिलाड़ी 100 मीटर से अधिक लंबे छक्के लगाते हैं, उन्हें सिर्फ 6 रन ही नहीं मिलनी चाहिए, बल्कि इसमें इजाफा होना चाहिए। कल यानी 21 जनवरी को इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी केविन पीटरसन ने भी इस पर सलाह दी थी। उनका कहना था कि 100 मीटर से अधिक लंबे छक्के मारने पर 6 की जगह 12 रन मिलनी चाहिए। अब एबी डिविलियर्स ने भी केविन पीटरसन के इस पोस्ट पर अपनी सलाह दे दी है। डिविलियर्स ने कहा कि 12 रन तो अधिक हो जाएगा, 6 रन की बजाव सीधा 12 रन दे देना, सही नहीं होगा। डिविलियर्स ने आगे कहा कि 100 मीटर से अधिक लंबे छक्के पर 8 से 9 रन तक दिया जा सकता है।
Great idea. 2 things from my side:
1. 12 is too big, I think 8 or 9(upside down 6) is good. Can’t jump from 4 to 6 to 12.
2. I’ve been saying for a while we need to get technology to be more accurate with the distance(like in golf). Absolutely can’t have some random guy in a…
— AB de Villiers (@ABdeVilliers17) January 21, 2024
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DRS पर भी दी सलाह
इससे साफ है कि डिविलियर्स का मानना है कि अगर कोई खिलाड़ी 100 मीटर से भी लंबा छक्का लगाता है, तो उन्हें सिर्फ 6 रन नहीं बल्कि 9 रन मिलना चाहिए। खिलाड़ी ने थर्ड अंपायर के लिए क्लोज डिसीजन वाले फैसले पर भी सलाह दी है। डिविलियर्स ने कहा कि जो फैसले काफी क्लोज होते हैं, उस पर हम मैदान में बैठे दर्शक की सलाह ले सकते हैं और ऑडियंस के डिसीजन को ध्यान में रखते हुए अंपायर अपना फैसला सुना सकते हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि क्या इस सलाह को ध्यान में रखते हुए नियमों में कुछ बदलाव किया जाता है, या फिर यह सिर्फ सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर कर रह जाएगा।