IOA की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, वजन को मैनेज करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है। कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में ये खिलाड़ियों और कोच पर ही निर्भर करता है। इसके लिए IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम जिम्मेदारी नहीं हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, हरीश साल्वे और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) रात 9.30 बजे मीडिया को विनेश फोगाट से जुड़े केस की जानकारी देंगे।
फाइनल से पहले अयोग्य ठहराए जाने के बाद विनेश ने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा था, ‘अब उनके पास इस खेल को जारी रखने की हिम्मत नहीं हैं।’
जानकारी के अनुसार, वर्ल्ड रेसलिंग रेसलर के वेट को लेकर जो रूल्स हैं, उसमे बदलाव हो सकता हैं। इसको लेकर चर्चा हो रही है। हालांकि नियमों में क्या बदलाव आएगा। इसको लेकर अभी तक कोई खुलासा नहीं हुआ है।
विनेश फोगाट के मामले में वकील विदुष्पत सिंघानिया ने कहा, विनेश को एक चैंपियन ही माना जाना चाहिए। हमें उम्मीद है कि फैसला विनेश के पक्ष में आएगा। सीएएस का फैसला कुछ भी हो, विनेश एक चैंपियन हैं और उनका सम्मान भी उसी तरह से होना चाहिए।
CAS ने इस मामले पर कहा था, ‘विनेश के मामले में रिएक्शन बहुत तेजी से सामने आ रहे हैं। इस मामले में एक घंटे में फैसला देना संभव नहीं हैं। पहले यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का पक्ष सुनना जरूरी है। इस केस पर आखिरी फैसला डॉक्टर एनाबेल बेनेट को करना है।’
CAS ने 9 अगस्त को इस मामले की सुनवाई की थी। विनेश इस सुनवाई में वर्चुअली मौजूद थी। IOA की ओर से दिग्गज वकील हरीश साल्वे ने विनेश का पक्ष रखा था।