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शिष्य ने जीता मेडल तो गुरु ने मुंडवा लिया सिर, भारत के विदेशी कोच ने क्यों लिया अजीबोगरीब फैसला?

India Coach Shaved Head: शॉटगन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में भारत के एक खिलाड़ी ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. इसी के चलते एक कोच को अपना सिर मुंडवाना पड़ा. ये पल काफी ज्यादा वायरल हो रहा है और भारतीय खेल इतिहास के ये सबसे खास मोमेंट्स में से एक है. बता दें कि 2006 के बाद पहली बार शॉटगन वर्ल्ड चैंपियनशिप में किसी मेंस ट्रैप खिलाड़ी ने मेडल जीता है.

कोच ने मुंडवा लिया सिर

Coach Shaved Head: खेल जगत में एक हैरान करने वाला पल देखने को मिला है. भारतीय टीम के विदेशी कोच ने शॉटगन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 के बाद शर्त के अनुसार अपना सिर मुंडवा लिया. अपने शिष्य की जीत के बाद गुरु का ये अजीबोगरीब फैसला एकदम हैरान करने वाला है. बता दें कि ये कोच और कोई नहीं, बल्कि 2012 के लंदन ओलंपिक गोल्ड चैंपियन पीटर विल्सन हैं. उनके हेड शेव का वीडियो भी अब सामने आया है और फैंस उनकी तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं.

भारतीय खिलाड़ी ने जीता मेडल

एथेंस में शॉटगन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 का आयोजन हुआ था. इसमें भारत के जोरावर सिंह संधू ने हिस्सा लिया और वो ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहे. जोरावर से सभी को बहुत उम्मीद थी और उन्होंने निराश नहीं किया. सालों के बाद भारत के किसी खिलाड़ी ने ट्रैप शूटिंग में कोई मेडल अपने नाम किया था. सालों का सूखा खत्म करके जोरावर ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर दिया.

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कोच विल्सन ने मुंडवा लिया सिर

कोच पीटर विल्सन ने शर्त रखी थी कि अगर शॉटगन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में भारत का कोई भी खिलाड़ी मेडल जीतने में सफल हुआ, तो वो अपना सिर मुंडवा लेंगे. जोरावर के मेडल जीतने के बाद विल्सन अपने वादे से पीछे नहीं हटे और उन्होंने सिर मुंडवा लिया. इसका एक वीडियो भी अब काफी वायरल हो रहा है, जहां वो टीम इंडिया की जर्सी में नजर आए और एक बार्बर शॉप में जाकर सिर गंजा करा लिया.

भारत के लिए ट्रैप में मेडल जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी बने जोरावर

जोरावर सिंह संधू भारत के तीसरे खिलाड़ी बने हैं, जो शॉटगन वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीतने में सफल हुए हैं. इसके पहले दिग्गज करणी सिंह ने 1962 में मेंस ट्रैप में सिल्वर मेडल जीता था, वहीं मानवजीत सिंह संधू ने 2006 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. अब 19 साल बाद भारत के लिए जोरावर कांस्य पदक जीतने में सफल हुए हैं. कोच विल्सन के वादे ने जोरावर की इस जीत को और भी खास बना दिया.

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