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‘भगवान’ की वजह से जुड़ा अनचाहा रिकॉर्ड, बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के साथ हो गया किस्मत का खेल

India vs New Zealand: भारत और न्यूजीलैंड के बीच बेंगलुरु टेस्ट का पहला दिन बारिश के नाम रहा, जिसकी वजह से टॉस भी नहीं हो सका। पहला दिन बारिश से धुलने के बाद कीवी टीम के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।

new zealand cricket team
India vs New Zealand: भारत और न्यूजीलैंड के बीच बेंगलुरु टेस्ट का पहला दिन बारिश की वजह से पूरी तरह धुल गया। बीच-बीच में कुछ देर के लिए बारिश जरूर रुकी, लेकिन ग्राउंड स्टाफ पिच को पूरी तरह नहीं सुखा सके, जिसके बाद अंपायरों ने खेल को रद्द करने का फैसला किया। पहला दिन बारिश की वजह से धुलने के बाद न्यूजीलैंड के नाम अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। यह ऐसा रिकॉर्ड है, जिसे कीवी टीम जल्द से जल्द भूलना चाहेगी। दरअसल न्यूजीलैंड टीम के साथ टेस्ट में लगातार छठे दिन ऐसा हुआ है, जब बारिश की वजह से एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी हो। इससे पहले अफगानिस्तान के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में हुआ टेस्ट मैच भी लगातार पांच दिन बारिश की वजह से रद्द हो गया था। टेस्ट क्रिकेट इतिहास का यह आठवां मौका था, जब पूरा का पूरा टेस्ट मैच बारिश की वजह से धुल गया। बता दें कि पूरे हफ्ते हुई भारी बारिश के कारण मैदान खेलने के लिए बहुत गीला हो गया था। मैदान को सुखाने के लिए बिजली के पंखे और नई टर्फ बिछाने जैसे प्रयास सफल नहीं हुए। ग्रेटर नोएडा में चौथे दिन बारिश नहीं हुई थी, लेकिन तीसरे दिन बारिश के चलते आउटफील्ड में कुछ गड्ढे हो गए थे। यह भी पढ़ें: IND vs NZ: भारत से भिड़ने से पहले न्यूजीलैंड की आई आफत, चोट के चलते बाहर हुआ तेज गेंदबाज

न्यूजीलैंड की नजरें 36 साल का सूखा खत्म करने पर

भारत ने अपने घर में पिछली 18 सीरीज में जीत हासिल की है, जबकि न्यूजीलैंड वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में लगातार चार सीरीज में हार के बाद भारत आया है। टीम को आखिरी बार श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की सीरीज में हार मिली थी। न्यूजीलैंड ने भारत में केवल दो टेस्ट जीते हैं, जिसमें आखिरी बार उसने 1988 में जीत हासिल की थी। ऐसे में टीम इस बार 36 साल का सूखा खत्म करना चाहेगी। इसको लेकर न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा, 'भारत में हमने देखा है कि अतीत में जिन टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, वे उनके खिलाफ अटैकिंग रहे हैं। इससे टीमों ने उनको दवाब में रखा है, बजाय इसके कि वे बैठकर कुछ होने का इंतजार करें। हम वहां पहुंचने के बाद तय करेंगे कि हम कैसे खेलना चाहते हैं, लेकिन खिलाड़ियों ने इस बारे में योजना बनाई है कि वे चीजों को किस तरह से लेना चाहते हैं और उम्मीद है कि हम उन्हें ठीक कर पाएंगे।' यह भी पढ़ें: बेंगलुरु टेस्ट में ऐसी हो सकती है भारत की प्लेइंग इलेवन, जडेजा-अश्विन संग रंग जमाएगा खब्बू स्पिनर!  


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