Vinod Kambli: टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली का इलाज इस समय ठाणे के अस्पताल में हो रहा है। शनिवार को अचानक तबियत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान जांच में पता चला था कि उनके मस्तिष्क में खून के थक्के जमे हुए हैं। तीन दिन इलाज के बाद उनके हेल्थ को लेकर डॉक्टर ने अपडेट दिया है। डॉक्टर ने बताया कि विनोद कांबली फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं।
विनोद कांबली को लेकर आया हेल्थ अपडेट
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने मंगलवार को उनकी हेल्थ पर अपडेट दिया। पीटीआई से बात करते हुए अस्पताल के डॉ. विवेक द्विवेदी ने कहा कि उनके मूत्र मार्ग में संक्रमण हो गया था। जिसके बाद उन्हें भिवंडी शहर के पास आकृति अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉ। विवेक द्विवेदी उस मेडिकल टीम का हिस्सा हैं,जो पूर्व क्रिकेटर का इलाज कर रही है। उन्होंने बताया था कि विनोद कांबली का ब्लड प्रेसर लो था। इसके अलावा उन्हें मंगलवार को बुखार भी आया था।
#WATCH | Maharashtra: Former Indian Cricketer Vinod Kambli says, “I am feeling better now…I will never leave this (cricket) because I remember the number of centuries and double centuries I have hit…We are three left-handers in the family. I am thankful to Sachin Tendulkar as… https://t.co/ZQsUuVV1pO pic.twitter.com/Xj8UQbAgmQ
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 24, 2024
उन्होंने आगे बताया कि विनोद कांबली को घर पर मांसपेशियों में ऐंठन और चक्कर आ रहे थे। इसके बाद उन्हें शनिवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वो जब वो अस्पताल आए थे तो उन्हें तेज बुखार था और मांसपेशियों में ऐंठन के कारण उन्हें चलने में दिक्कत हो रही थी। जांच में पता चला था कि उन्हें मूत्र मार्ग में संक्रमण है। इसके अलावा सोडियम और पोटेशियम की कमी के कारण मांसपेशियों में ऐंठन हो गई थी। मस्तिष्क की जांच करने के बाद पता चला था कि उन्हें पुराने खून के थक्के थे। हाल में ही उन्हें स्ट्रोक हुआ था।
ICU में भर्ती हैं कांबली
उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें ICU में भर्ती कराया गया है। उनका ब्लड प्रेशर कम नहीं हुआ है। उनका उपचार और फिजियोथेरेपी जारी है। हम उन्हें 2 से 3 दिन में छुट्टी दे देंगे। उनके मस्तिष्क की स्थिति स्थिर नहीं है। उनके मस्तिष्क में कई बदलाव हो रहे हैं। हम उनके पुनर्वास पर अधिक ध्यान दे रहे हैं।