नई दिल्ली: दुनियाभर में क्रिकेट का नया टैलेंट सामने आ रहा है। एक ऐसी ही युवा प्रतिभा थाईलैंड में सामने आई है। थाईलैंड टूर पर आई जिम्बाब्वे की टीम के खिलाफ पहले ही वनडे में 19 साल की लेफ्ट आर्म स्पिनर थिपाचा पुथावोंग ने ऐसा कहर बरपाया कि एक के बाद एक विकेट ताश के पत्तों की तरह बिखरते चले गए।
बैंकॉक में खेले गए पहले वनडे मुकाबले में थाईलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 154 रनों का स्कोर खड़ा किया। 50 ओवर में इस छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की टीम थिपाचा की जादुई गेंदबाजी में फंसकर 24.1 ओवर में महज 76 रन पर ढेर हो गई। इस तरह न केवल थाई वुमंस ने ये मुकाबला 78 रनों से जीता बल्कि थिपाचा ने अपनी शानदार गेंदबाजी से इतिहास भी रच दिया।
सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाली दुनिया की छठी गेंदबाज
थिपाचा पुथावोंग ने कुल 6.1 ओवर में महज 6 रन देकर 6 विकेट चटकाए। इन आंकड़ों के साथ वह महिला वनडे क्रिकेट इतिहास में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाली दुनिया की छठी गेंदबाज बन गईं। इसके साथ ही वे ये कारनामा करने वाली अपने देश की पहली ऐसी गेंदबाज भी बन गईं।
थिपाचा की शानदार गेंदबजी के चलते थाई वुमन का नाम वनडे क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया। इससे पहले दूर-दूर तक थाईलैंड का नाम दिखाई नहीं देता था। वैसे ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो महिला वनडे क्रिकेट की एक ईनिंग में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड पाकिस्तान की गेंदबाज साजिदा शाह के नाम दर्ज है। उन्होंने 2003 में 8 ओवर में 4 रन देकर 7 विकेट चटकाए थे। आज तक उनका ये रिकॉर्ड कोई भी गेंदबाज नहीं तोड़ सकी है।
थिपाचा ने इन आंकड़ों के साथ लगभग 41 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ डाला। दरअसल, 14 जनवरी 1982 को न्यूजीलैंड की गेंदबाज जैकी लॉर्ड ने भारतीय महिला टीम के खिलाफ ऑकलैंड में 8 ओवर में 10 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे। थिपाचा ने अपने बॉलिंग फिगर से ये रिकॉर्ड ब्रेक कर दिया। इसी के साथ वह बेस्ट बॉलिंग फिगर वाली आठवीं सबसे युवा गेंदबाज भी बन गईं।
कौन हैं थिपाचा पुथावोंग
खास बात यह है कि 19 साल की इस गेंदबाज ने अब तक महज 5 ही वनडे खेले हैं। इसमें उनके नाम 10 विकेट दर्ज हो गए हैं। वहीं 24 टी-20 मैचों में उन्होंने 22 विकेट चटकाए हैं।