नई दिल्ली: टीम इंडिया को इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में यूं तो कई मोड़ सामने आए, लेकिन रवींद्र जडेजा की नो बॉल चर्चा का विषय बनी रही। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि रवींद्र जडेजा द्वारा फेंकी गई नो-बॉल इंदौर में तीसरे भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में महत्वपूर्ण मोड़ था।
इस बॉल पर मार्नस लाबुशेन आउट थे, लेकिन नो बॉल के चलते वे बच गए। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान लाबुशेन को अपना खाता खोलना बाकी था जब जडेजा ने उन्हें आउट किया। हालांकि टीवी अंपायर ने देखा कि जडेजा क्रीज से आगे निकल गए थे। दूसरे विकेट के लिए उस्मान ख्वाजा के साथ 96 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी करते हुए लाबुशेन ने 31 रन बनाए।
गावस्कर को लगता है कि जडेजा द्वारा फेंकी गई नो-बॉल से भारत को मैच गंवाना पड़ा। उन्होंने कहा- "यदि आप टेस्ट मैच पर पीछे मुड़कर देखते हैं, तो आप कहेंगे कि शायद यही कारण है कि भारत को मैच की कीमत चुकानी पड़ी। मार्नस डक पर आउट हुए, लेकिन बाद में उन्होंने 96 रन की साझेदारी की। मुझे लगता है कि शायद यही टर्निंग पॉइंट था। नो-बॉल की वजह से भारत को मैच गंवाना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया ने छह साल में भारतीय धरती पर अपनी पहली जीत दर्ज की। भारत के लिए यह पिछले 10 साल में केवल तीसरी हार थी। इस जीत के बाद जहां ऑस्ट्रेलिया ने डब्ल्यूटीसी के फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है तो वहीं टीम इंडिया अगले मैच में जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाना चाहेगी। चौथा टेस्ट 9 मार्च से अहमदाबाद में शुरू होगा।
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