Mohammed Shami: चोट के कारण 14 महीने तक मैदान से बाहर रहने के बाद मोहम्मद शमी आखिरकार इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के जरिए इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं। इस अनुभवी गेंदबाज को इंजरी से उबरने में काफी समय लगा, जिसमें टखने और बाएं घुटने में लगी चोट शामिल है। पिछले साल रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हुए शमी ने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की थी। उनको लेकर अब बंगाल क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाजी कोच शिब शंकर पॉल ने बड़ा खुलासा किया है।
'स्पोर्ट्सबूम डॉट कॉम' को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'तेज गेंदबाजों को चोट से उबरने में समय लगता है। वह वापसी के लिए इतने भूखे थे कि मैच खत्म होने के बाद भी गेंदबाजी करना चाहते थे। यह एक खिलाड़ी का शानदार डेडिकेशन है।' उन्होंने कहा, 'कुछ खिलाड़ी मैच के बाद 30 से 45 मिनट तक गेंदबाजी करना चाहते हैं। वह घरेलू टी-20 मैचों के दौरान मैच के दिनों में टीम के पहुंचने से पहले सुबह छह बजे मैदान पर पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी भी थे।'
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मोहम्मद शमी ने छोड़ी बिरयानी
तेज गेंदबाजी कोच ने यह भी बताया कि शमी ने अपनी पसंदीदा 'बिरयानी' खानी छोड़ दी है और पिछले दो महीनों से इसे नहीं खाया है। उन्होंने दिन में केवल एक बार ही खाना खाया और शेप में वापस आने के लिए सख्त डाइट का पालन किया। इस सीनियर पेसर ने इसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में बंगाल टीम का प्रतिनिधित्व किया।
आखिरी बार वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में खेले थे शमी
पॉल ने कहा, "वह सख्त डाइट पर था। मैंने उसे दिन में केवल एक बार खाना खाते देखा। उसे बिरयानी खाना बहुत पसंद है, लेकिन जब से वह वापस लौटा है, मैंने उसे पिछले दो महीनों में बिरयानी खाते नहीं देखा।' बता दें कि शमी का आखिरी इंटरनेशनल मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल था। अब पूरी टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि घरेलू क्रिकेट की तरह शमी इंटरनेशनल क्रिकेट में जोरदार वापसी करेंगे, क्योंकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की चोट टीम को अभी भी टेंशन दे रही है।
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