Cactus Plant Vastu: नागफनी और कैक्टस प्लांट भले कंटीले होते हैं, लेकिन देखने में बहुत आकर्षक होते हैं। संभवतः यही आकर्षण लोगों को मोहित करता है और इन्हें घर में रखने के प्रेरित करता हैं। लेकिन भारतीय वास्तु शास्त्र में इस प्लांट को घर के अंदर रखना शुभ नहीं माना गया है। आइए जानते हैं, इस प्लांट को अशुभ बताने के पीछे क्या कारण हैं?
नेगेटिव एनर्जी का असर
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में नुकीले चीजें होनी ही नहीं चाहिए, जबकि कैक्टस का मुख्य आकर्षण ही उसके नकीले कांटों की दुनिया होती है। वास्तु के अनुसार, इस तीक्ष्ण नुकीले कांटे पूरे घर में नेगेटिव एनर्जी बढ़ा देते हैं। यह घर के सदस्यों में टेंशन और गुस्सा को बढ़ा सकता है। घर में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने से परेशानी बढ़ सकती है।
तरक्की में अड़चनें
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, कैक्टस अक्सर निर्जन, वीरान और अजीबोगरीब जगहों पर उगते हैं, इन के कांटे जीवन में बाधाओं और रुकावटों के प्रतीक हैं। इसलिए इस प्लांट को घर में रखने से घर की तरक्की रुक सकती है। फैमिली मेम्बर्स के कामकाज और आमदनी के रास्ते में अड़चनें आ सकती हैं। वास्तु शास्त्र के मुतबिक, घर में हमेशा पॉजिटिव एनर्जी की फ्लो होनी चाहिए, ताकि घर की शांति और समृद्धि कायम रह सके।
ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव
इस शास्त्र के मुताबिक नागफनी प्लांट मंगल ग्रह से संबंधित होता है, जो क्रोध और तनाव का कारक ग्रह है। घर के सदस्यों को बात-बात पर गुस्सा आ सकता है। घर में बेवजह तनाव, चिंता आदि का बने रहने के पीछे कैक्टस का नकारात्मक असर हो सकता है। घर में कलह का माहौल नहीं हो, इसके लिए घर के अंदर कैक्टस नहीं लगाना चाहिए।
बेडरूम में भूल से भी न रखें कैक्टस
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नागफनी या कैक्टस को किसी भी सूरत में शयनकक्ष यानी बेडरूम नहीं रखना चाहिए। इससे नींद में बाधाएं आती हैं और मन अशांत रह सकता है। कपल के बीच मनमुताब बढ़ सकता है।