Vidura Niti: विदुर नीति में जीवन के लगभग सभी पहलुओं पर चर्चा की गई है। बच्चों के गुण-दोष पर इस पुस्तक कई प्रकार से प्रश्न पूछा गया है। ये सभी प्रश्न धृतराष्ट्र ने अपने सौतेले भाई विदुर के सामने रखे थे। इससे ज्ञात होता है कि धृतराष्ट्र अपने पुत्र दुर्योधन और अन्य पुत्रों के काम से चिंतित थे। विदुर ने धृतराष्ट्र के हर सवाल का बड़ी निष्पक्षता और ईमानदारी से जवाब दिया। इस चर्चा में विदुर बताते है कि संतान में कुछ गुण ऐसे होते हैं, जो परिवार और खानदान की किस्मत बदल देते हैं और ऐसे बच्चों के माता-पिता बेहद भाग्यशाली होते हैं।
धृतराष्ट्र और विदुर के संवाद का यह अंश भारतीय संस्कृति और नैतिक शिक्षा का गहरा संदेश देता है। विदुर नीति में बच्चों के गुण-दोष का जो विश्लेषण किया गया है, वह आज भी प्रासंगिक है। विदुर नीति का यह संदेश आज के माता-पिता के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। धृतराष्ट्र के सवालों और विदुर के जवाबों से यह स्पष्ट होता है कि एक बच्चे के गुण न केवल उसके अपने जीवन को, बल्कि पूरे परिवार को भी प्रभावित कर सकते हैं। यदि बच्चों में इन गुणों का विकास किया जाए, तो न केवल परिवार, बल्कि पूरा समाज समृद्ध और खुशहाल बन सकता है। आइए जानते हैं, बच्चों में पाए जाने वाले ये अद्भुत गुण क्या हैं?
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बच्चों में होने चाहिए ये 10 अनमोल गुण
1. आदर और संस्कार: बड़ों का सम्मान और अच्छे संस्कार बच्चों को परिवार का गौरव बनाते हैं। यह गुण उन्हें समाज में आदर्श बनाता है।
2. सत्य और ईमानदारी: सच बोलने और ईमानदारी का पालन करने वाले बच्चे न केवल अपना आत्मविश्वास बढ़ाते हैं, बल्कि दूसरों का विश्वास भी जीतते हैं।
3. ज्ञान की प्यास: नई चीजें सीखने और पढ़ाई में रुचि रखने वाले बच्चे जीवन में ऊंचाइयों को छूते हैं। ज्ञान की चाह उनके भविष्य को उज्जवल बनाती है।
4. साहस और धैर्य: मुश्किल हालात में साहस दिखाना और धैर्य बनाए रखना बच्चों को हर चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाता है।
5. न्यायप्रियता और विवेक: सही-गलत में फर्क करने की समझ और न्यायप्रियता बच्चों को अच्छे नागरिक और समाज का आधार बनाती है।
6. मधुर वाणी: मीठा बोलने की कला बच्चों के व्यक्तित्व को आकर्षक बनाती है। यह गुण रिश्तों को मजबूत करने में मदद करता है।
7. कर्तव्यनिष्ठा और मेहनत: अपनी जिम्मेदारियों को समय पर निभाने और कड़ी मेहनत करने वाले बच्चे परिवार और समाज के लिए मिसाल बनते हैं।
8. दयालुता और सहानुभूति: दूसरों की मदद करना और दयालु होना बच्चों को समाज में सम्मान दिलाता है। यह गुण उनका हृदय बड़ा बनाता है।
9. अनुशासन और समयबद्धता: अनुशासन और समय का पालन करने वाले बच्चे अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल करते हैं और जीवन में सफल होते हैं।
10. नैतिक मूल्य और सहनशीलता: धार्मिक और नैतिक मूल्यों का पालन और सहनशीलता का गुण बच्चों को मजबूत और प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनाता है।
विदुर नीति, जीवन जीने की कला पर एक अद्भुत पुस्तक है। इस पुस्तक में बच्चों के ऊपर बताए गुणों और उनके महत्व पर भी विस्तार से चर्चा की गई है। विदुर जी के अनुसार, यहां बताए गए बच्चों में 10 ऐसे गुण होते हैं, जो न केवल उनके जीवन को बल्कि पूरे परिवार के जीवन को भी प्रभावित करते हैं।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।