Premanand Ji Maharaj: सावन का पवित्र महीना चल रहा है, जिस दौरान भगवान शिव के स्वरूप के रूप में शिवलिंग की पूजा की जाती है। साथ ही शिवलिंग पर जल, गंगाजल, फल, फूल, दूध, भांग, बेलपत्र, चंदन, धतूरा, घी, दही, अक्षत, शहद और घी आदि चढ़ाए जाते हैं। कहा जाता है कि सावन में शिवलिंग पर कुछ विशेष सामग्री अर्पित करने से पापों से छुटकारा मिलता है और जीवन में आ रही परेशानियां कम होने लगती हैं।
खासकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने से लाभ होता है। लेकिन कई लोगों के मन में इस बात को लेकर कन्फ्यूजन रहता है कि क्या वाकई शिवलिंग पर जल चढ़ाने से सभी परेशानियां दूर होती हैं या ये केवल एक मिथ है? जब ये ही सवाल एक भक्त ने भारतीय हिन्दू संत और प्रवचनकर्ता प्रेमानंद महाराज से किया तो उन्होंने क्या जवाब दिया, आइए उस बारे में जानते हैं।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने से क्या रोगों से मुक्ति मिलती है?
प्रेमानंद महाराज से एक भक्त ने सवाल किया कि ‘रोग, कष्ट और मनोकामना पूर्ति के लिए शिवलिंग पर जल चढ़ाने और मंदिरों में किए जाने वाले टोटके का कोई महत्व है या केवल नाम जाप से संकट से बचा जा सकता है?’ इस सवाल का जवाब देते हुए बाबा ने कहा ‘भगवान शिव पर जब व्यक्ति जल, बेलपत्र, धतूरा व अन्य पूजा सामग्री चढ़ाता है। मंत्र जाप व नाम जप करता है और अपने रोग को नष्ट करने के लिए प्रार्थना करता है तो उसे लाभ होगा। जिस पाप के कारण आपको रोग हुआ है, उसके अनुरूप जब आपका नाम जाप हो जाएगा तो उस रोग का प्रभाव भी कम होने लगेगा।’
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नाम जाप का महत्व
इसी के आगे प्रेमानंद महाराज ने कहा कि, ‘ये टोटका नहीं है बल्कि एक अनुष्ठान है। भगवान शंकर में सामर्थ है कि वो प्रारब्ध यानी पूर्व जन्म में किए गए पापों को भी मिटा सकते हैं। यदि आप शिवलिंग पर जल या अन्य पूजा सामग्री अर्पित करते हैं तो उसके प्रभाव से आपको पापों से मुक्ति मिलेगी और जीवन में आ रही परेशानियां भी धीरे-धीरे कम होने लगेंगी।’
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।