Parenting Tips: बेटियां अपने पिता की जान होती हैं और पिता उन्हें खूब नाजों से पालते हैं. लेकिन, अक्सर बेटी (Daughter) बड़ी होने लगती है तो पिता बेटियों से दूर होने लगते हैं. कई बार यह उम्र के चलते भी होता है और कई बार इस चलते भी कि बेटियां इमोशनली मां से ज्यादा कनेक्ट करने लगती हैं. लेकिन, ऐसा बहुत कुछ है जो पिता (Father) अपनी बेटियों को सिखा सकते हैं. कहते हैं कि बेटे पिता से बहुत कुछ सीखते हैं, लेकिन बेटियां भी तो जिंदगी के मुश्किल काम सुलझाने की कला पिता से सीख सकती हैं. पीडियाट्रिशियन डॉ. रवि मलिक का भी यही कहना है. पीडियाट्रिशियन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है और बताया है कि पिता को अपनी बेटी को कौन से काम जरूर सिखाने चाहिए.
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पिता को बेटी को जरूर सिखाने चाहिए ये काम
डॉक्टर रवि मलिक ने बताया कि मां अपनी बेटियों को इमोशंस सिखा देती हैं, लेकिन पिता अपनी बेटी को प्रॉब्लम सोल्विंग स्किल्स सिखा सकते हैं. उसको फिजिकल एक्सरसाइज सिखा सकते हैं, कोंफिडेंस दे सकते हैं.
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ना कहना सिखाएं
पिता को एक यह चीज भी सिखानी चाहिए कि बेटियों का अपने आस-पास बाउंडरी बनाए रखना कितना जरूरी है. बाउंडरी कि वह किसी को भी बिना किसी गिल्ट के मना कर सके.
स्टैंडर्ड बढ़ाना सिखाएं
पिता को बेटी को यह सिखाना चाहिए कि वह अपना स्टैंडर्ड बढ़ाए. आपको अपनी पत्नी को सम्मान के साथ ट्रीट करना चाहिए और बेटी को बताना चाहिए कि वह भी सम्मान डिजर्व करती है.
गुड टच और बैड टच के बारे में सिखाएं
हर पिता को अपनी बेटी को गुड टच और बैड टच (Good Touch, Bad Touch) के बारे में सिखाना चाहिए. शुरुआती दौर से ही सिखाएं कि बॉडी सेफ्टी क्या है और कंसेन्ट क्या है.
बेटी को विश्वास दिलाएं कि आप अवेलेबल हैं
पिता को अपनी बेटी को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि पिता हमेशा बेटी के लिए अवेलेबल हैं, जब भी उसे पिता की जरूरत महसूस हो. लेकिन, साथ ही इस बात का ध्यान रहें कि आपको ओवर प्रोटेक्टिव नहीं होना है. लेकिन, बेटी को गाइड करें कि जिससे वह इतनी कोंफिडेंट (Confident) बन जाए कि अपनी परेशानियां खुद हैंडल कर सके.
प्रोफेशनल करियर को इंपोर्टेंस देना सिखाएं
अक्सर लड़कियां अपनी पर्सनल लाइफ के आगे प्रोफेशनल लाइफ को नहीं देखतीं. पिता होने के नाते आपको उसे सिखाना है कि प्रोफेशनल लाइफ को भी पूरी इंपोर्टेंस देना जरूरी होता है.
एक्सपर्ट का कहना है कि पिता का अपनी बेटी पर इतना विश्वास होना चाहिए और उनके साथ बोंड (Father Daughter Bond) इतना स्ट्रोंग होना चाहिए कि बेटी अपने दिनभर की बातें पिता के साथ भी शेयर करे.
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