Relationship Tips: खुशहाल लव लाइफ के लिए एक कपल के बीच प्यार, समझदारी और अच्छी इंटीमेट लाइफ, तीनों जरूरी होते हैं। अगर इनमें से एक भी कमजोर रह जाए तो रिश्ते में मनमुटाव और खटास आने लगती है। शारीरिक संबंध में संतुष्टि होना सबसे जरूरी माना जाता है। मगर ओबेसिटी या मोटापे से परेशान लोगों को हमेशा खराब इंटीमेट लाइफ और कम बेड टाइम से प्रभावित देखा गया है। चलिए जानते हैं एक्सपर्ट इस पर क्या कहते हैं।
कम सेक्स ड्राइव
ज्यादा मोटे लोगों में अक्सर देखा गया है कि ये लोग बाकी लोगों की तुलना में संभोग के लिए कम आकर्षित रहते हैं। इनमें इंटरकोर्स की इच्छा कम रहती है। इसका कारण यह है कि इन लोगों के शरीर में ज्यादा फैट के चलते टेस्टोस्टेरोन प्रभावित रहता है। इस समस्या के चलते कई बार इनके पार्टनर भी नाखुश हो जाते हैं।
कम आकर्षण
ओबेसिटी से ग्रस्त लोगों में इंटिमेसी को लेकर एंजॉयमेंट नहीं देखी जाती है। इसका कारण है इनके शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल। हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के चलते इनके प्राइवेट अंगों तथा संवेदनशील त्वचा पर कोई भी अंदरूनी भावना महसूस नहीं होती है। इनका ब्लड फ्लो भी काफी स्लो होता है जो इनमें अपनी इंटीमेट लाइफ को एंजॉय करने वाले हार्मोन को उजागर नहीं होने देता।
[caption id="attachment_855297" align="alignnone" ] Intimate life[/caption]
मर्द हैं ज्यादा परेशान!
कई मेडिकल रिसर्च में पाया गया है कि पुरुषों में जो ज्यादा मोटे होते हैं वे कभी भी अपने बेड टाइम को पूरी तरह एंजॉय नहीं कर पाते। मोटे पुरुषों में इरेक्शन टाइम भी कम होता है। ऐसे में फीमेल पार्टनर असंतुष्ट रह जाती हैं और इसकी शिकायत भी करती हैं। ओबेसिटी से पीड़ित मर्दों में बेड टाइम बाकी मर्दों की तुलना में काफी कम होता है।
थकावट होना
मोटे लोग अपनी इंटीमेसी से सेटिस्फाई नहीं रह पाते हैं क्योंकि वे इंटरकोर्स के बीच में बार-बार थक जाते हैं। ये लोग अपने बेड टाइम पर ज्यादा रोमांच भी नहीं ला पाते क्योंकि इनमें थकावट आती रहती है। साथ ही ये लोग इंटरकोर्स को भी सही से पूरा नहीं कर पाते हैं।