Villagers buycott voting:लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आज छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर मतदान हुए । इनमें यूपी-झारखंड के 3 गांव के लोगों ने वोटिंग का बायकॉट कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार गांव में विकास कार्य का हवाला देकर लोगों को बेवकूफ बनाया। यही वजह है कि आखिरकार लोगों ने वोटिंग का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इन गांवों में पहला यूपी के कोशांबी जिले का गांव हिशामपुर माडो शामिल है। गांव में लोगों ने चौराहे पर वोटिंग का बहिष्कार किया और पोस्टर लगाएं। वहीं मतदान केंद्र पर बैठे चुनाव कर्मी वोटरों के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन दोपहर तक एक भी व्यक्ति वोटिंग केंद्र पर वोट डालने नहीं पहुंचा।
गांव पाराहजी के लोगों ने भी वोट नहीं डाले
कोशांबी जिले के गांव हिशामपुर माडो की तरह ही बाराबंकी जिले का गांव पाराहजी के लोगों ने भी वोट नहीं डाले। लोगों का कहना है उनकी मांग पूरी नहीं हुई, गांव से गुजरने वाली कल्याणी नदी के ऊपर ब्रिज नहीं बनवाया गया। हर साल बारिश में गांव वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लोग बोट के जरिए एक पार से दूसरे पार जाते हैं। यही वजह है कि नाराज लोग चुनाव का बहिष्कार कर रहे थे। यहां तक कि उप जिला निर्वाचन अधिकारी सहित एसडीओ ने भी लोगों को मनाने की बहुत कोशिश की।
हजारीबाग के गांव कुसुंभा में खाली पड़ा रहा वोटिंग बूथ
झारखंड में हजारीबाग लोकसभा सीट के तहत आते कुसुंभा में भी गांव वालों ने वोट देने से इनकार कर दिया। लोगों का कहना है कि गांव में एक भी विकास कार्य नहीं हुआ है। गांव में सड़क नहीं है, लोगों को रेल लाइन पार कर के आना-जाना करना पड़ता है, इसकी वजह से कई लोग दुर्घटना के शिकार हुए हैं और उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी। सांसद जी ने वादा कर के भी रेलवे लाइन के ऊपर ओवरब्रिज नहीं बनवाया। यही वजह है कि लोग खुले आम वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं।