Kanpur Subedarganj Express: गर्मी के मौसम में सफर करते समय ज्यादातर लोग ट्रेन के एसी कोच में रिजर्वेशन करवाते हैं। मगर क्या हो जब ट्रेन चलने के बावजूद एसी ना चले और ट्रेन कई किलोमीटर तक सरपट दौड़ती रहे। ऐसा ही कुछ हुआ सुबेदारगंज स्पेशल फेयर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में। ट्रेन अपने तय समय पर स्टेशन से चली और 200 किलोमीटर तक बिना एसी के दौड़ती रही। एसी कोच में बंद यात्रियों का गर्मी से बुरा हाल हो गया और आखिरकार तंग आकर उन्होंने चलती ट्रेन की चेन खींच दी।
3 घंटे तक नहीं चला एसी
प्रयागराज के सूबेदारगंज से चलने वाली ट्रेन संख्या 04121 स्पेशल फेयर सुपरफास्ट एक्सप्रेस सुबह 3 बजकर 50 मिनट तक स्टेशन से छूटी। ट्रेन में कुल 7 एसी कोच थे। मगर इस दौरान ट्रेन के पांच कोचों में एसी नहीं चल रहा था। ट्रेन में बैठे यात्री एसी चालू होने का इंतजार करते रहे और ट्रेन पटरी पर सरपट दौड़ती रही। कई किलोमीटर का सफर तय करने के बावजूद ट्रेन में एसी नहीं चला।
यात्रियों ने खींची चेन
लगभग 200 किलोमीटर तक चलने के बाद ट्रेन एक घंटे देरी से सुबह 7 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंची। यात्रियों को लगा शायद अब ट्रेन में एसी चलेगा। मगर काफी देर प्लेटफॉर्म पर खड़े रहने के बावजूद ट्रेन का एसी नहीं चला। ऐसे में जब ट्रेन प्लेटफॉर्म से छूटी तो गुस्साए यात्रियों ने चेन खींच दी।
लोको पायलट ने की थी शिकायत
खबरों की मानें तो एसी खराब होने की सूचना लोको पायलट ने पहले ही कंट्रोल रूम को दे दी थी। मगर इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। आखिर में गर्मी से परेशान यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींच दी और एसी ठीक ना होने तक ट्रेन चलने पर आपत्ति दर्ज करवाई। ट्रेन के एसी की तकनीकी जांच करने पर पता चला कि बैटरियां ठीक से काम नहीं कर रही थी। इसे ठीक करने में चार घंटे का समय लगा। ऐसे में ट्रेन चार घंटों तक कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर खड़ी रही और एसी ठीक होने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
10 बार हुई थी चेन पुलिंग
ट्रेन में एसी खराब होने की वजह यात्रियों में आक्रोश कोई नई बात नहीं है। इससे पहले गोरखधाम एक्सप्रेस में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक बीपी सिंह के अनुसार कुछ दिनों पहले कानपुर के पास मौजूद गोविंदपुरी स्टेशन पर गोरखधाम एक्सप्रेस का एसी खराब हो गया था। ऐसे में गुस्साए यात्रियों ने एक दो नहीं बल्कि 10 बार चेन पुलिंग की और एसी ठीक होने के बाद ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई थी।