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Who is Sonam Wangchuk: 3 Idiots के रियल लाइफ फुंसुक वांगड़ू कौन? लद्दाख में जिनके लिए सड़कों पर उतरे Gen-Z

Ladakh Protest, Sonam Wangchuk: सोनम वांगचुक एक सोशल एक्टिविस्ट जिसे लेह का हीरो माना जाता है. 3 इडियट फिल्म से भी इनका गहरा नाता रहा है. आइए जानते हैं इस शख्स के बारे में जिसके समर्थन में लद्दाख का युवा बेखौफ खड़ा हुआ है. लेह हिंसा में क्या है इनकी मांग? जानिए सब कुछ.

Who is Sonam Wangchuk: आपने 3 इडियट मूवी तो देखी ही होगी. इस फिल्म का मुख्य किरदार फुंसुक वांगड़ू था. इस किरदार को प्ले करने वाले अभिनेता आमिर खान थे. मगर क्या आप रियल लाइफ रैंचो को जानते है? यह शख्स भारत के लद्दाख में रहता है. इनका असली नाम सोनम वांगचुक हैं. यह इंसान कोई आम आदमी नहीं बल्कि लद्दाख का रियल लाइफ हिरो माना जाता है. बुधवार को लेह लद्दाख में जो हिंसा भड़की थी वो इनके समर्थन के लिए ही थी. आइए जानते हैं सोनम वांगचुक के बारे में सब कुछ. कैसे वे इंजीनियर से शिक्षक, पर्यावरण के संरक्षक और एक्टिविस्ट बन गए.

कौन हैं Sonam Wangchuk?

सोनम वांगचुक का जन्म 1 सितंबर 1966 में हुआ था. इनका जन्म लद्दाख के अलची के पास उले टोकपो में हुआ था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका बचपन मुश्किल भरा रहा था क्योंकि उनके घर के आस-पास कोई स्कूल नहीं था और उन्हें अपनी मां से ही शिक्षा प्राप्त करनी पड़ी थी. उनकी मां ने उन्हें अपनी मातृभाषा में पढ़ना लिखना सिखाया था.

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इसके बाद वे जब वे 9 साल के हुए तो श्रीनगर के एक स्कूल में उनका एडमिशन हुआ था. मगर लंबे समय तक एक ही भाषा में पढ़ाई करने की वजह से उन्हें भाषा की समस्या हुई और स्कूल में सबने उन्हें अयोग्य समझा गया.

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पढ़ाई-लिखाई में माहिर

सोनम वांगचुक पढ़ने-लिखने में माहिर थे. उन्हें किताबी ज्ञान के साथ-साथ प्रेक्टिकल नॉलेज भी थी. उनकी अंतरदृष्टि की सोच बाकियों से अलग और हटके हुआ करती है. उन्होंने श्रीनग के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक किया हुआ है. इसके बाद काफी समय तक फ्रांस के क्राटेर स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट में Earthen Architecture में अध्ययन भी किया था.

Innovative माइंडसेट से बदली लद्दाख की शिक्षा प्रणाली

सोनम वांगचुक हमेशा से ही लद्दाख की शिक्षा परिस्थितियों से रूबरू थे. इसलिए, एजुकेशन सिस्टम को बदलना उनका प्राइमरी मोटिव था. लद्दाख में उन्होंने बच्चों के लिए SECMOL (Students’ Educational and Cultural Movement of Ladakh) की स्थापना की थी. 1988 में स्थापित इस स्कूल का मकसद ग्रामीण इलाकों के बच्चों को कम संसाधन के साथ भी अच्छी शिक्षा प्रदान करना था.

इसके अलावा, सोनम में 1994 में Operation New Hope लॉन्च किया था, जो स्कूलों के हालात सुधारने की एक मुहीम थी. पासिव सोलर और मिट्टी-निर्मित भवन बनाए जो ठंडे मौसम में भी गर्म बने रहते हैं. उनका एक बहुप्रसिद्ध इनोवेशन है Ice Stupa है, जो ठंड के मौसम में जमा पानी का उपयोग करते हुए एक आइस स्ट्रक्टचर बनाता है. इसकी मदद से गर्मियों में पानी की पूर्ति की जाती है, जो खेतों में इस्तेमाल होता है.

Gen-Z क्यों कर रहे समर्थन?

दरअसल, सोनम वांगचुक लद्दाख के पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने 10 सितंबर को भूख हड़ताल शुरू की थी. उनकी मांगों पर केंद्र सरकार का ध्यान न देना हिंसा का कारण बताया जा रहा है. वहीं, कुछ का मानना है कि हिंसक प्रदर्शन का कारण सोनम द्वारा युवाओं को नेपाली जेन-जी प्रोटेस्ट से प्रेरित करना है. स्थानीय अधिकार, संसाधन की कमी के साथ लद्दाख में युवाओं को बेरोजगारी का सामना भी करना पड़ रहा है.

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