Dahra Global Case: कतर में मौत की सजा पाए आठ भारतीय नौसेनिकों को गुरुवार को बड़ी राहत मिली। अदालत ने नौसैनिकों को सुनाई गई मौत की सजा को माफ कर दिया। इसे अब जेल में बदल दिया गया है। इन नौसैनिकों को पिछले साल दहरा ग्लोबल केस में गिरफ्तार किया गया था।
विदेश मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार
विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे मामले में विस्तृत निर्णय का इंतजार है। वह कतर में अपनी कानूनी टीम के साथ संपर्क में है। मंत्रालय ने कहा कि हम अगला कदम उठाने से पहले नौसैनिकों परिजनों और अपनी कानूनी टीम के साथ संपर्क में हैं। सुनवाई के दौरान हमारे राजदूत और अन्य अधिकारी अपीलीय अदालत में मौजूद थे।
'हम नौसैनिकों के परिजनों के साथ खड़े हैं'
मंत्रालय ने कहा कि हम मामले की शुरुआत से ही नौसैनिकों के परिजनों के साथ खड़े हैं। हम इस मामले को कतर के अधिकारियों के सामने उठाना भी जारी रखेंगे।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि आठ भारतीय नौसैनिक अक्टूबर 2022 से कतर की जेल में हैं। उन पर कतर की पनडुब्बी कार्यक्रम की जासूसी करने का आरोप है। ये सभी नौसैनिक रिटायर हो चुके हैं। कतर की एक अदालत ने सभी नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई। हालांकि, अभी तक यह सार्वजनिक नहीं किया गया कि नौसैनिकों को किन आरोपों में सजा सुनाई गई।
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न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में विदेश मंत्रालय ने बताया था कि मामले में दो सुनवाई हो चुकी है। पहली सुनवाई 23 नवंबर और दूसरी सुनवाई 30 नवंबर को हुई थी। मामले में परिवारों के साथ अपील दायर की गई थी।
मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद के बीच मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की।
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