इंद्रजीत सिंह, मुंबई: महाराष्ट्र के जेल विभाग का आदर्श वाक्य है "सुधार और पुनर्वास" इसके लिए जेल विभाग लगातर प्रयास करता रहता है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए शरद खेल और सांस्कृतिक प्रतिष्ठान, पुणे और महाराष्ट्र जेल विभाग ने जेलों के कैदियों के लिए राज्य स्तरीय अभंग और भजन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया था। इस प्रतियोगिता में कैदियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। भाग लेने वाली सभी टीमों ने बहुत ही भक्तिपूर्ण माहौल में उत्साह के साथ भजन और अभंग प्रस्तुत किए।
जेल नियमों के अनुसार विशेष माफी देने का अधिकार
प्रतियोगिता के सुव्यवस्थित आयोजन के साथ-साथ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बैंडों के उत्साह एवं अनुशासन को देखते हुए जेल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और जेल एवम सुधार सेवाओं के महानिरीक्षक अमिताभ गुप्ता ,जिन्हें महाराष्ट्र राज्य जेल नियमों के अनुसार विशेष माफी देने का अधिकार है उन्होंने विशेष माफी का एक आदेश जारी किया है।
90 दिनों की मिलेगी छूट
आदेश के अनुसार ग्रैंड फिनाले के लिए चयनित जेल टीमों को सजा में 90 दिनों की छूट मिलेगी। साथ ही प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार पाने वाले जेल टीम के कैदियों को सजा में 60 दिन और अन्य भाग लेने वाली टीमों को 30 दिनों की छूट दी जाएगी। जेल विभाग के मुताबिक इस माफी से कैदियों में सकारात्मक मानसिकता का निर्माण होगा। साथ ही, जेल से उनकी शीघ्र रिहाई से समाज में उनके पुनर्वास में मदद भी मिलेगी।