PM Modi Italy Visit for G-7 Summit: देश में चल रहा लोकसभा चुनाव और कई राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं। नई सरकारों ने अपना पदभार संभाल लिया है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का आगाज हो चुका है। ऐसे में अब चुनावी माहौल से परे सरकार का पूरा फोकस फिर से बड़े मुद्दों पर है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल इटली के दौरे पर जा रहे हैं।
जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी को जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण दिया है। वहीं पीएम मोदी ने भी मेलोनी का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है। 9 जून को तीसरी बार शपथ लेने के बाद ये पीएम मोदी का पहला विदेशी दौरा होगा, जिसपर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
Thank you for your kind wishes PM @GiorgiaMeloni. We remain committed to deepening India-Italy strategic partnership which is underpinned by shared values and interests. Looking forward to working together for global good. https://t.co/Qe7sFoASfg
---विज्ञापन---— Narendra Modi (@narendramodi) June 5, 2024
पीएम मोदी का पहला विदेश दौरा
विदेश सचिव विनय मोहन ने पीएम के इटली जाने की पुष्टि की है। मीडिया से बातचीत के दौरान विनय मोहन ने बताया कि इटली की पीएम के बुलावे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपुलिया (इटली) जा रहे हैं। पीएम मोदी जी-7 के 50वें सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। ये समिट 14 जून को इटली में आयोजित होगी। हालांकि भारत जी-7 समूह का हिस्सा नहीं है। लेकिन इटली ने भारत को मेहमान के रूप में निमंत्रण भेजा है। विनय मोहन ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि तीसरे कार्यकाल में ये पीएम मोदी का पहला विदेशी दौरा है। जी-7 देशों के बीच भारत और ग्लोबल साउथ के मुद्दे उठाने के लिए ये अच्छा मौका है।
#WATCH | Foreign Secretary Vinay Mohan Kwatra says, “…At the invitation of Prime Minister of Italy, Prime Minister Narendra Modi will be travelling to Apulia, Italy tomorrow to participate in the 50th G7 Summit which is to be held there on 14th June where India has been invited… pic.twitter.com/zJtVBdZiTk
— ANI (@ANI) June 12, 2024
जी-7 के देश
बता दें कि जी-7 देशों की फेहरिस्त में अमेरिका, कनाडा, जापान, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और इटली का नाम शामिल है। हालांकि पहले इस ग्रुप को जी-8 कहा जाता था। रूस भी इस ग्रुप का हिस्सा था। मगर 2014 में रूस ने क्रिमिया पर कब्जा कर लिया। ऐसे में रूस पर एक्शन लेते हुए सभी उसे ग्रुप से बाहर कर दिया गया। तब से इसे जी-7 कहा जाता है।