Independence Day: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया। उन्होंने लोगों को 77वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि 15 अगस्त का दिन हम सभी के लिए गौरवपूर्ण और पावन दिन है। हमारा देश विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है। उन्होंने सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। कहा कि सेनानियों के बलिदानों ने भारत को दुनिया में अपना उचित स्थान फिर हासिल करना संभव बनाया है। मातंगिनी हाजरा और कनकलता बरुआ जैसी महान महिला स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। कस्तूरबा गांधी ने महात्मा गांधी के साथ सत्याग्रह में कदम से कदम मिलाकर साथ दिया।
बहन-बेटियां जीवन में आगे बढ़ें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण हमारे स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों में से एक था। मुझे खुशी है कि देश में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आर्थिक सशक्तिकरण से परिवार और समाज में महिलाओं की स्थिति मजबूत होती है। मैं सभी साथी नागरिकों से आग्रह करता हूं महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देना। मैं चाहूंगी कि हमारी बहनें और बेटियां साहस के साथ चुनौतियों पर विजय प्राप्त करें और जीवन में आगे बढ़ें।
आइए अपने कर्तव्यों को पूरा करने का संकल्प लें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आइए हम सभी एक संकल्प लें कि हम अपने संवैधानिक मौलिक कर्तव्य को पूरा करने और सभी क्षेत्रों में निरंतर विकास करने में योगदान देंगे। ताकि हमारा देश उपलब्धियों की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करे।
जलवायु परिवर्तन पर ध्यान देने की जरूरत
राष्ट्रप्रति द्रौपदी मुर्मू ने जलवायु परिवर्तन पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि मौसम संबंधी घटनाओं को देखते हुए हमें जलवायु परिवर्तन पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक ऐसा क्षेत्र है, जिस पर दुनिया भर के वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं को अधिक तत्काल ध्यान देना चाहिए। पर्यावरण के हित में स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर प्रयास करना आवश्यक है।